सोशल संवाद/जमशेदपुर : एक तरफ आज झारखण्ड बंद हैं और दूसरी तरफ जमशेदपुर में सोशल मीडिया पर अलग ही पोल-खोल चल रहा हैं. एक दुसरे का सिक्का उछाला जा रहा है. एक पोस्ट है “खेला हो गया” इस नाम से सुबह से ही राजनितिक कार्यकर्त्ता, विषेशज,सभी वाक्य का सारांश समझाने और अपनी एक्सपर्ट राय देने में लगे है. लेकिन पिछले चौबीस घंटे में ऐसा क्या कुछ हुआ है. कौन है निशाने पर, पटकथा क्या है, सन्दर्भ क्या हैं, जैसे कई सवाल है जिसको लेकर हर कोई चटकारे ले रहा है. पहले इन फेसबुक पोस्ट को देखिये फिर हम आगे पूरी कहानी समझाते है.
फेसबुक यूजर कहते हैं की – ई गोस्वा… जी रात को 10 : 30 बजे आप किससे मिलने गए थे वो भी बिना किसी को बताए, आप जनता को भी बताए, नहीं तो कल हम बता देंगे की आप किसके साथ और किस के लिए खेला खेले हैं.
दूसरा फेसबुक यूजर कहते हैं की- भारतीय जानता पार्टी के पूर्व जी जिन्हें हिंदू आंदोलन की आगे की लड़ाई कि ज़िम्मेवारी जी गई थी वे कल रात 10:30 प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारीं के घर से निकलते देखे गए। रात में …महोदय जी के घर पर किस आंदोलन को बिक्री करने गये थे । पूछता है हिन्दू समाज।
इधर फेसबुक यूजर्स कहते हैं की – ऐसा भी खेला होता हैं क्या ? गजब खेला हो रहा लेकिन जमशेदपुर में अब इन फेसबुक पोस्ट को पढने के बाद सवाल यह उठता हैं की पूर्व अध्यक्ष जी ऐसा क्या कर दिया जिससे जमशेदपुर में खेला हो गया ? और कौन है जो किसका खेल बिगाड़ दिया या बना रहा है…
सूत्रों के माने तो रामनवमी के बाद जो कुछ घटनाकर्म हुआ है और उसके बाद तेजी से बदल रहे समीकरण ने पार्टी के अन्दर किसी को हीरो तो किसी को निशाने पर ला दिया है ..संगठन के अन्दर ही कार्यकर्ताओं के निशाने पर नेता है. उनके हर बयान पर चुप्पी और एक्टिविटी पर बड़ी पैनी नजर रख रहे है .. एक तरफ मुह में राम और बगल में छुरी रखने वाले लोग की शामत आ गई है. सोशल मीडिया के सहारा लेकर कार्यकर्त्ता खुद ही नेता को एक्स्पोज कर रहे है. इस सन्दर्भ में जल्द कुछ लोग बेनकाब होंगे और कौन किसके साथ मिलकर गोटी सेट कर रहा है यह भी पता चल जाएगा.