सोशल संवाद/डेस्क: धनबाद के केंदुआडीह में गैस रिसाव से अब तक दो मौत होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि वर्षों से बंद पड़ी कोलियरी में जमागैस बाहर निकल रही है। केंदुआडीह का बड़ा इलाका जद में है। सभी को घर खाली करने और सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की जा रही है।

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फिलहाल टेंट लगाकर शेल्टर तैयार किया गया है लेकिन इससे लोग संतुष्ट नहीं हैं। यह मामला सिर्फ केंदुआडीह तक ही सीमित नहीं है। भूमिगत आग प्रभावित अन्य कोयला क्षेत्र में भी गैस रिसाव की इस तरह की भयावह घटना हो सकती है।

बंद पड़ी भूमिगत केंदुआडीह कोलियरी के 13 और 14 नंबर सिम से पिछले दो दिनों से गैस रिसाव की बात कही जा रही है। गैस का असर केंदुआडीह के राजपूत बस्ती, मस्जिद मोहल्ला ,ऑफिसर्स कॉलोनी सहित अन्य आबादी वाले इलाकों में है। लगातार गैस रिसाव से लोगों की परेशानी बढ़ रही है। इलाके के लोग घटना से आक्रोशित हैं।
बुधवार को गैस की जांच की गई तो 50 पीपीएम से अधिक गैस की मात्रा रिकॉर्ड की गई है।
गैस का स्तर इतना अधिक होने से जीवन को खतरा है। केंदुआडीह की घटना ने बीसीसीएल और जेआरडीए को अलर्ट किया है। समय रहते पुनर्वास का काम नहीं होने से भविष्य में भी इस तरह की परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है। केंद्र सरकार की ओर से संशोधित मास्टर प्लान के माध्यम से 81 अतिसंवदनशील क्षेत्र में से लगभग 16 हजार परिवारों के सुरक्षित पुनर्वास की योजना प्रक्रियाधीन है। आवश्यकता है कि लोगों को विश्वास में लेकर पुनर्वास के काम को शुरू किया जाए।
पहले गैस रिसाव पर नियंत्रण हो : चंद्रशेखर
केंदुआडीह में रोड जाम के दौरान पुलिस,प्रशासन और बीसीसीएल अधिकारियों के साथ लोगों की चल रही वार्ता में मौजूद पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि स्थिति चिंताजनक है। पहले गैस रिसाव पर नियंत्रण हो। बंद जिस कोलियरी का मुहाना बंद किया गया है उसके कारण गैस रिसाव संभव है। इसलिए धनबाद में कई तकनीकी संस्थान हैं जिनकी मदद लेकर कार्रवाई हो। प्रभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों की सुरक्षा के उपाय भी किए जाएं।








