सोशल संवाद / जमशेदपुर: गम्हरिया में सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर पूर्व सैनिकों के संगठन “द वॉरियर्स ऑफ कोल्हान” द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। देशभक्ति से ओत-प्रोत इस कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता की तस्वीर एवं अमर शहीद के सामने दीप जलाकर हुई। तत्पश्चात विभिन्न गणमान्य अतिथियों द्वारा “अमर जवान” के सामने श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

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अपने संबोधन में पूर्व सीएम ने कहा कि यह दिन हमें उन शहीदों के बलिदान की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की सीमाओं पर, ऊँचे पहाड़ों पर, तपते रेगिस्तानों में और कठिन परिस्थितियों में डटे रहकर देश की सुरक्षा की, ताकि देशवासी चैन की नींद सो सकें।
“आज हमें पूर्व सैनिकों के साथ–साथ उनके परिवारों को भी समान रूप से सम्मान देना चाहिए, जिन्होंने सालों–साल अपने प्रियजनों को देश के हवाले कर धैर्य और हौसले का परिचय दिया है।” “सेना से रिटायर होने के बाद भी इन वीर सैनिकों का योगदान समाप्त नहीं होता, बल्कि एक नए रूप में शुरू होता है। आप अनुशासन, ईमानदारी और राष्ट्रभक्ति के उदाहरण बनकर समाज को मार्ग दिखाते हैं।”
उन्होंने कहा कि वैसे तो यह मंच राजनैतिक नहीं है, लेकिन हमें गर्व है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों की “वन रैंक, वन पेंशन” की वर्षों पुरानी मांग पूरी की गई। इस योजना से 25 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों के परिवारों को लाभ मिल रहा है।
उन्होंने पूर्व सैनिकों का आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग नई पीढ़ी को देश सेवा के क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रेरित कीजिए। उन्हें बताइए कि देश की सेवा सिर्फ वर्दी पहन कर नहीं, बल्कि स्वदेशी सामान खरीद कर, राष्ट्रीय झंडे एवं राष्ट्र गान का सम्मान कर के, महिलाओं का सम्मान कर के, शिक्षा का प्रसार कर के, सफाई अभियान कर के, रक्तदान कर के, बुजुर्गों की सहायता कर के और अपना काम ईमानदारी और लगन से कर के भी की जा सकती है।
इस कार्यक्रम में फोटो एवं वीडियो द्वारा विभिन्न युद्धों में भारतीय सेना के शौर्य एवं देश के लिए बलिदान देने वाले वीरों की जीवन गाथा का सजीव चित्रण किया गया। इस मंच पर विभिन्न कलाकारों ने देशभक्ति के कई गीतों द्वारा शानदार प्रदर्शन किया। टायो गेट के सरना स्थल सभागार से आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भारतीय सेना के सैनिक, पूर्व सैनिक, उनके परिवार के सदस्य एवं एनसीसी के कैडेट शामिल रहे।








