सोशल संवाद/डेस्क : हर साल सुहागन महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। काफी महत्वपूर्ण माना जाता है करवा चौथ का व्रत। कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि पर महिलाएं निर्जला व्रत रख अपने सुहाग की रक्षा की कामना करती हैं। इस व्रत में संध्या पूजन और चंद्रमा पूजन का विशेष महत्व है।
3 शुभ योग में करवा चौथ
इस साल करवा चौथ पर 3 शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस बार शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और परिघ योग में करवा चौथ मनाया जाएगा। सुबह 6:32 से सर्वार्थ सिद्धि योग की शुरुआत होगी, जो अगले दिन सुबह 4:34 तक रहेगा। वहीं, 2:05 बजे तक दोपहर के समय परिघ योग रहेगा, जिसके बाद से शिव योग की शुरुआत हो जाएगी। शिव योग अगले दिन तक रहेगा। करवा चौथ पर मृगशिरा नक्षत्र का निर्माण भी हो रहा है।
करवा चौथ का मुहूर्त
कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि की शुरुआत: रात 09:30, 31 अक्टूबर 2023 से
कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि की का समापन: रात 09:19, 01 नवंबर 2023 तक
पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 05:44 से रात 07:02 तक, 01 नवंबर
करवा चौथ पर चांद निकालने का समय: रात 08:26, 01 नवंबर
करवा चौथ पूजा-विधि
1. ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लें
2. मंदिर और घर की साफ-सफाई करें
3. सभी देवी-देवताओं की विधि-विधान पूजा करें
4. करवा चौथ व्रत रखने का संकल्प लें
5. संध्या के समय शुभ मुहूर्त में करवा चौथ की व्रत कथा का पाठ करें
6. फिर चंद्रमा की पूजा करें
7. चंद्र दर्शन करने के बाद अर्घ्य दें
8. पति को छलनी से देखकर आरती उतारें
9. फिर पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत का पारण किया जाता है।