सोशल संवाद / डेस्क : पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में अब तक 6 आतंकवादियों के घर गिराए जा चुके हैं। इनमें लश्कर का आसिफ शेख, आदिल ठोकेर, हारिस अहमद, जैश का अहसान उल हक, जाकिर अहमद गनई और शाहिद अहमद कुटे शामिल है। इनमें जैश का अहसान 2018 में पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर लौटा था। आसिफ और आदिल के नाम पहलगाम हमले में सामने आए थे। सेना ने त्राल, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में सर्च ऑपरेशन के दौरान यह एक्शन लिया।
द कश्मीर रेजिस्टेंस फ्रंट ने पहलगाम हमले के 3 दिन बाद अटैक की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। हमले के बाद सबसे पहले TRF ने ही इसकी जिम्मेदारी ली थी। पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार सुबह के बाद शनिवार तड़के भी LoC पर फॉरवर्ड भारतीय पोस्ट पर फायरिंग की। इंडियन आर्मी ने भी इसका जवाब दिया। इस गोलीबारी में किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
जम्मू-कश्मीर में मेडिकल इमरजेंसी लागू की गई है। डॉक्टर्स और स्टाफ की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं। एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो 24/7 हालात पर नजर रखेगा। इस बीच, शनिवार सुबह पुलिस ने गुजरात के सूरत और अहमदाबाद में घुसपैठियों पर कार्रवाई की। दोनों शहरों में 500 बांग्लादेशी घुसपैठियों को हिरासत में लिया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्रियों से अपील की थी कि घुसपैठियों की जल्द से जल्द पहचान करें और उन्हें वापस उनके देश भेजें।
नेपाल में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर प्रदर्शन
नेपाल की राजधानी काठमांडू में पाकिस्तानी दूतावास के पास लोगों ने पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस हमले में नेपाली नागरिक की भी मौत हुई थी।
TRF का हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार
द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने पहलगाम हमले में शामिल होने से इनकार किया है। संगठन ने कहा कि उनके डिजिटल प्लेटफॉर्म को साइबर हमला कर हैक कर लिया गया था और फर्जी संदेश डाला गया था। TRF ने भारतीय एजेंसियों पर साजिश रचने का आरोप भी लगाया और मामले की जांच शुरू करने की बात कही।