---Advertisement---

“नोटबंदी, GST और लॉकडाऊन के कारण कर्जे की दलदल में फंसी जनता की कर्जा माफी के समर्थन में जन्तर

By admin

Published :

Follow

Join WhatsApp

Join Now

सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट-सिद्धार्थ ) : मंतर पर एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल” जैसा कि हम सब हर दिन इस तरह की खबरें सुनते हैं कि कर्जे के कारण व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली लोग पूरे-पूरे परिवार को कर्जे के कारण समाप्त कर रहे हैं। सरकार के ही आँकड़े हैं कि पिछले पाँच वर्ष में कर्जे के कारण 50 हजार से अधिक लोग आत्महत्या कर चुके हैं, अकेले पिछले वर्ष ही 20 हज़ार से अधिक लोगों ने कर्जे के कारण परेशान होगा आत्महत्या की है।

जनता की इसी समस्या को देखते हुए श्री शाहनवाज चौधरी भारतीय जी और उनकी टीम जुलाई 2022 से देश के सभी राज्यों में ऐसे लोगों की जानकारी इकट्ठा करके सरकार तक पहुँचा रहे हैं जो कि कर्ज के कारण परेशान है। अभी तक 7 बार वित्त मंत्रालय तथा चार बार प्रधानमंत्री कार्यालय को ऐसे लोगों की जानकारी भेजी जा चुकी है जिन्होंने बताया कि नोटबंदी, GST और लॉकडाऊन के कारण उनका व्यापार बंद हो जाने या नौकरी छूट जाने के कारण वे कर्जे की दलदल में फँसे है।

कर्जे से बाहर निकलने की निःशुल्क ट्रेनिंग भी दी जा रही है तथा उनके साथ बातचीत करके उन्हें आत्महत्या जैसे कदम उठाने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक हम लोग 20 हज़ार से अधिक लोगों को आत्महत्या करने से रोक चुके हैं। अब इन लोगों की मांगों के समर्थन में 24 मई 2023 को दिल्ली के जंतर मंतर पर एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल का आयोजन किया जा रहा है

जिसमें दिल्ली और आसपास के क्षेत्र के कर्ज मुक्त भारत अभियान में जुड़े लोगों को बुलाया जा रहा है तथा मीडिया के माध्यम से जनता को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है कि यदि किसी व्यक्ति के ऊपर कर्जा चढ़ गया है और वह अब कर्जा नहीं चुका पा रहा है तो वह कोई गलत कदम ना उठाए।

जनता की कर्जा माफी के संबंध में वित्त मंत्रालय तथा प्रधानमंत्री कार्यालय से अभी तक कोई संतोषजनक जवाब ना मिलने के बाद हमने देश के सभी 543 सांसदों को पत्र भेजकर इस मुद्दे पर उनकी राय भी माँगी है कि वे उस मुद्दे पर क्या राय रखते हैं? क्या उनके लोकसभा क्षेत्र की कर्ज के कारण परेशान जनता की कर्जा माफी की माँग का वे समर्थन करते हैं या नहीं? अभी तक जिन भी सांसदों के जवाब आए हैं उन सभी ने इन तीनों माँगों का समर्थन किया है।

24 मई को जन्तर मंतर पर ही शाहनवाज़ चौधरी भारतीय, संस्थापक धार्मिक एकता ट्रस्ट, राजीव सिंह कुशवाह भारतीय राष्ट्रीय अध्यक्ष धार्मिक एकता ट्रस्ट, CA सुरभी श्रीवास्तव भारतीय जी भारतीय वित्त समिति अध्यक्ष धार्मिक एकता ट्रस्ट और उनकी दिल्ली टीम प्रेस वार्ता भी करेगी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जनता के इस ज्वलंत मुद्दे के संदेश को एक-एक नागरिक तक पहुँचाना चाहते हैं कि कर्जे के कारण परेशान कोई भी व्यक्ति कोई गलत कदम ना उठाए, यदि व्यक्ति सरकार की किसी भी गलत नीति के कारण कर्जे की दलदल में फँसा है।

इसमें उस व्यक्ति या उसके परिवार की गलती नहीं है। साथ ही साथ सरकार को भी आगाह करना चाहते हैं कि लोग कर्जे के कारण कितने परेशान है, यदि किसानों की तरह ही ये लाखों लोग भी दिल्ली आ गए तो सरकार के लिए इन्हें सँभाल पाना बहुत मुश्किल होगा।

YouTube Join Now
Facebook Join Now
Social Samvad MagazineJoin Now
---Advertisement---

संबंधित पोस्ट