सोशल संवाद/डेस्क : विगत पांच वर्षों से जिला का पत्थर उद्योग में छायी मंदी के छंटने की उम्मीद जगी है.बताते चले की एनजीटी व ईडी की लगातार कठोर कार्रवाई से जिला का पत्थर उद्योग में मातम पसरा है जहां रेल सड़क व जल मार्ग से पत्थर का परिवहन ठप पड़ चुका है तो दुसरी तरफ स्टोन क्रशर व पत्थर खदानों में काम काज ठप पड़ा है.
कई वैध अवैध स्टोन क्रशर ध्वस्त व सील बंद हो चुके हैं तो कई खनन पट्टा रद्द कर दिया गया है.जिला खनन टाक्स फोर्स के ताबड़तोड़ छापामारी व गिरफ्तारी से पत्थर कारोबारियों की रीढ़ की हड्डी टुट चुकी है.प्रदुषण विभाग से सीटीओ नहीं मिलने से भी पत्थर उद्योग में मुर्दांगी छाई हुई है पर रविवार का दिन पत्थर कारोबारियों के लिए खुशियों का सौगात ले के आया.
झारखंड प्रदूषण विभाग ने जिले के 17 पत्थर कारोबारी को सीटीओ निर्गत कर पत्थर कारोबारियों के चेहरे पर ख़ुशी की लहर दौड़ा दी है.अब पत्थर कारोबारियों को लगने लगा है कि ज़िले के पत्थर कारोबार में छाईं मंदी दुर होगी.
तमन्ना स्टोन वर्क्स प्रो०मो.करीमउद्दीन,रक्शी स्टोन वर्क्स प्रो०टिंकल भगत,शांति स्टोन वर्क्स प्रो०अभिषेक चौधरी,इंशा स्टोन वर्क्स प्रो०इरशाद अली,एयाची इंटरप्राइजेज प्रो०रवी कुमार, विंध्यवासिनी कंस्ट्रक्शन प्रो०नाजीया सुल्तान,सोनी राजा मिनरल्स प्रो०शांति देवी, मां ग्यात्री स्टोन वर्क्स प्रो०चितकर प्रसाद साह,ताज मिनरल्स एंड कंपनी प्रो०मो.ताजउद्दीन,दिलीप बिल्डकॉन प्रो०भानु प्रताप सिंह, स्टोन माइंस प्रो ०चंदन कुमार गुप्ता,दिलीप बिल्डकॉन युनिट 1व 2 प्रो०भानु प्रताप सिंह,जी एन स्टोन वर्क्स प्रो०रूबल सिंह गिल, मां ग्यात्री स्टोन वर्क्स प्रो०चितकर प्रसाद साह,ए आर इंटरप्राइजेज प्रो०राहुल साघवानी,महाकाल स्टोन वर्क्स प्रो० अभिषेक कुमार व दुर्गा स्टोन वर्क्स प्रो०सबीता देवी को झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रांची ने सीटीओ निर्गत किया है.सीटीओ निर्गत होने की जानकारी जंगल में आग की तरह जिले में चारों तरफ़ फैल गई है अब जिनका सीटीओ लंबित है वो भी सीटीओ निर्गत कराने के लिए रेस हो गये हैं.अब सबकी निगाहें झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर टिक गई है.