सोशल संवाद /जमशेदपुर : विश्व पर्यावरण दिवस पर अंत्योदय रीयरिंग द रेयर के कार्यक्रम की शुरुआत राखा माइंस के रुआम गांव के मंदिर में आराधना के साथ शुरू हुई। तत्पश्चात बालासोर के पास हुऐ भयंकर रेल हादसे में मृतकों के आत्मा की शांति हेतु दो मिनिट का मौन रखा गया। फिर अंत्योदय रियरिंग द रेयर की टीम अपने प्रॉजेक्ट सेंटर जोबाला सबर बस्ती गई।
अंत्योदय रीयरिंग द रेयर की टीम ने सबर बस्ती जोबला में 10 फलदार पौधों का रोपण किया जिसे वहां के ग्रामीणों ने इसके सरंक्षण और संवर्धन के लिए गोद लिया। संस्था के एक सद्स्य हरिओम जी ने भविष्य की रूपरेखा बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम आज से आगामी तीन महीने तक लगातार चलती रहेगी। उस पूरे क्षेत्र को फलादार वृक्षों से अच्छादित करने का लक्ष्य है। पर्यावरण के साथ साथ वहां के सबर लोगों के आर्थिक विकास में भी ये वृक्ष मददगार साबित होंगे। एक अन्य सदस्य मलय जी ने बताया कि सबर जनजाति आज भी अविकसित अवस्था में अपना जीवन यापन करती है। जंगल की उत्पादों पर निर्भर रहना उनकी नियति बन गईं है। न तो उनके तन पर कपड़े हैं और न ही भोजन की उचित व्यवस्था। अंत्योदय रीयरिंग द रेयर की टीम लगातार उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए प्रयासरत है।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर संस्था के संस्थापक आशुतोष जी ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुऐ कहा कि विश्व पर्यवरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण का उद्देश्य पर्यावरण के हितों के साथ साथ सबर जनजाति को आर्थिक रुप से समृद्ध करना भी है। फलदार पौधे ग्लोबल वार्मिंग से निबटने के साथ साथ प्रतिवर्ष उनकी कमाई का स्रोत भी बनेगी।
संस्थापक ने कहा आज का प्रोग्राम काफी व्यस्त कार्यक्रमों में से एक था जहां एक साथ कई कार्यक्रम लिए गए, मसलन वृक्षारोपण, ग्राम दर्शन, कपड़ा वितरण, चप्पल वितरण, पुस्तक वितरण और ग्रामीण सह भोजन। सुबह से दोपहर तक बिना रुके सारे कार्यक्रम हुए । संस्था के एक सदस्य सोनू जी ने एक सबर ग्रामीण को हियरिंग एड देने का भरोसा दिलाया जिन्हें कान से कम सुनाई देता है।
आज के कार्यक्रम में मलय जी,शिवशंकर सबर जी, आशुतोष जी, हरिओम जी, सोनू जी, प्रियंका जी,शत्रुघन जी आकाश जी और विनोद जी और अमरजीत जी उपस्थित रहें।