January 15, 2025 10:51 am

श्रीनाथ विश्वविद्यालय मे हुआ दो दिवसीय वार्षिक कला प्रदर्शनी का समापन समारोह

सोशल संवाद/डेस्क : श्रीनाथ विश्वविद्यालय, आदित्यपुर के स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स का पहला वार्षिक कला प्रदर्शनी का समापन समारोह आयोजित हुआ। प्रदर्शनी का आयोजन विश्वविद्यालय सभागार में किया गया था। फाईन आर्ट्स प्रदर्शनी में श्रीनाथ विश्वविद्यालय के फाईन आर्ट्स विभाग के छात्रों द्वारा कलात्मक वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया। दर्शकों के देखने के लिए पेंटिंग, मनमोहक मूर्तियां और उत्कृष्ट मिट्टी के बर्तनों का प्रदर्शन हुआ है ।

इस प्रदर्शनी में अतिथि के रूप मे शुभेंदु विश्वास , शहर की प्रतिष्ठित कलाकार श्रीमती मुक्ता गुप्ता,  श्री शुभम गोराई , फैशन डिजाइनिंग विभाग आर्का जैन यूनिवर्सिटी से अनुप कुमार सिंह उपस्थित थे। पूर्वी घोष ने कहा कि श्रीनाथ विश्वविद्यालय में आयोजित  फाईन आर्ट्स विभाग के छात्रो की कलात्मक प्रतिभा को देख हम अभिभूत हुए हैं। हमे खुशी है कि आज हम सब लोग यहां इस प्रदर्शनी को देखने के लिए उपस्थित हैं। कई कला प्रेमियों के द्वारा प्रदर्शनी की कई वस्तुओं की खरीदारी भी हुई।

प्रतिकुलाधिपति गुरूदेव महतो ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय के लिए यह गौरवान्वित होने क्षण है। मै ऐसा मानता ​​हूँ कि इस तरह की प्रदर्शनी देखने आने वाले सभी लोगो को कई नई चीजे देखने मिलेगी जो  उन्होंने पहले नहीं देखा होगा। फाईन आर्ट्स विभाग के  सहायक प्राध्यापक श्री गणेश महतो ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी से छात्रों का मनोबल बढ़ता है और वह कुछ नया करने के लिए प्रोत्साहित भी होते हैं।

प्रदर्शनी में निर्णायक के रूप में बहड़ागोड़ा कॉलेज से श्री समरेंद्र रंजन तथा  छत्तीसगढ़ से सुश्री सुप्रिया कुमारी उपस्थित थी। बेस्ट पेंटिंग के लिए सूरज पात्रों , प्रियंका सामंथा तथा सौरव प्रमाणिक को चुना गया । बेस्ट स्कल्पचर के लिए सोमनाथ पाठक , सूरज पात्रो , सरिता महतो तथा  सौरभ प्रमाणिक को रखा गया ।

Print
Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
ठंडे पानी से मुंह धोने के फायदे किन राज्यों में लागू है पेसा कानून 2024 के सबसे ज्यादा सुने गए गाने जाने कितनी बार कर सकते हैं आधार अपडेट हमेशा नीली पगड़ी क्यों पहनते थे मनमोहन सिंह Black Forest Cake का नाम Black Forest कैसे पड़ा ? क्या है Tesla car की खासियत sugar बढ़ने के लक्षण Keyboards पर QWERTY क्रम में क्यों रहते हैं अक्षर इस देश में नहीं है एक भी मच्छर