सोशल संवाद/डेस्क : हाल ही में आई अक्षय कुमार की फिल्म ‘मिशन रानीगंज’ में आपने देखा होगा कि कैसे कोयला खदान में फंसे मजदूरों को बेहद मुश्किल भरे हालत में सकुशल बाहर निकाला जाता है। कुछ इसी तरह का एक मिशन अभी उत्तराखंड के उत्तरकाशी में चल रहा है जहां रियल लाइफ के कुछ हीरो टनल में फंसे 40 मजदूरों को निकालने में जुटे हैं।
निर्माणाधीन टनल में दिवाली की सुबह हुए हादसे में करीब 24 घंटे से 40 लोग फंसे हुए हैं। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। भले ही अभी तक किसी को बाहर नहीं निकाला जा सका है। लेकिन भीतर से राहतभरी खबर जरूर आई है। अंदर फंसे लोगों से संपर्क हो गया है और सभी सुरक्षित हैं। उन तक ऑक्सिजन और पानी भेजा गया है।
यमुनोत्री नेशनल हाईवे (एनएच) पर उत्तरकाशी में सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन टनल में यह हादसा हुआ। अंदर फंसे अधिकतर मजदूर झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार और पश्चिम बंगाल के हैं। हादसा टनल के एक छोर से 200 मीटर भीतर हुआ। मजदूर मलबे के ढेर से 60 मीटर दूर हैं।
उत्तरकाशी के सर्किल ऑफिसर प्रशांत कुमार ने बताया कि अंदर फंसे सभी लोगों से संपर्क स्थापित हो गया है। सभी सुरक्षित हैं। अंदर फंसे लोगों के पास पाइप के जरिए ऑक्सिजन, पानी और खाना भेजा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि ऊपर से मलबा गिरने की वजह से कुछ मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन इसका उपाय भी निकाल लिया गया है। हालांकि, मजदूरों को निकालने में काफी वक्त लगने वाला है।