साल 2022 के अंत में अनुमानित 39.0 मिलियन लोग एचआईवी के साथ जी रहे थे। इनमें 1.5 मिलियन बच्चे हैं जिनकी उम्र 0-14 वर्ष साला है।
डॉक्टर दिनेश कुमार त्यागी ने बताया कि एचआईवी एक तरह का वायरस है, जब यह शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो उसे एचआईवी इन्फेक्शन कहते हैं।
यह एक मिथ है कि एड्स का इलाज नहीं है। वास्तव में एचआईवी का इलाज लगातार लेने से यह वायरस कंट्रोल रहता है।
डॉक्टर ने बताया कि अगर आपको लगता है कि आपसे अनसेफ सेक्स हो गया है, या आपको अनसेफ ब्लड चढ़ाया गया है।