सोशल संवाद/डेस्क : गूगल पर अति भरोसा करने वालों को यह जान लेना चाहिए कि वह भी फेल हो सकता है. गूगल के फेल्योर का ताजा उदाहरण है वर्तमान में चल रहा इंडेक्सिंग इश्यू (Indexing Issue). आम लोग जो यह नहीं जानते कि इंडेक्सिंग (Indexing) क्या है और यह कैसे काम करता है, उन्हें भी आज इसके बारे में सब पता चल जाएगा. फिलहाल यह जान लीजिए कि गूगल की सबसे बड़ी टेक्नीक ने उसे धोखा दे दिया है.
ऐसा होने से दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन का बैंड बज गया, क्योंकि ताजा जानकारियां समय पर नहीं मिल पा रही थीं. ऐसा केवल एकाध देश या किसी खास क्षेत्र में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हुआ है. खास बात ये है कि गुरुवार शाम लगभग 8 बजे से शुरू हुए इस फेल्योर के बारे में गूगल को पता ही नहीं था. जब एसईओ इंडस्ट्री के लोगों ने ये मुद्दा ट्विटर पर उठाया तो गूगल की नींद खुली. इसके बाद गूगल ने कहा था कि कुछ ही वेबसाइट्स प्रभावित हुई हैं, और इस समस्या के कारणों को पहचानने की कोशिश की जा रही है.