सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश) : दिल्ली सरकार द्वारा उद्यमियों पर जबरदस्ती लादे गए टोल टैक्स, बिजली के दुगने रेट, सम्पति कर नोटिसों के विरूद्ध एवं बवाना को डी.एस.आई.डी.सी. से फ्री होल्ड करवाने के लियें दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने आज बवाना सेक्टर 3 में हुंकार सभा को संबोधित किया। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में एक ऐसी सरकार है जो आम जनता को लूटने से पीछे नहीं हट रही है तो फिर वह व्यपारियों और उद्यमियों को कहां छोड़ेगी। हुंकार सभा में प्रदेश महामंत्री श्री योगेन्द्र चंदौलिया, किसान मोर्चा अध्यक्ष श्री विनोद सहरावत, जिला अध्यक्ष श्री सत्य नारायण गौतम, निगम पार्षद श्री दीपक डबास, जिला महामंत्री श्री सुनील मित्तल एवं श्री महेश तोमर, भाजपा नेता श्री वेद प्रकाश एवं श्री कर्म सिंह कर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि हरियाणा सरकार अगर 8 रुपये प्रति यूनिट की दर पर ओधोगिक बिजली दे सकती है तो दिल्ली सरकार से सवाल पूछना चाहिए कि आखिर हम क्यों 18.50 रुपये की दर से बिजली बिल दें। व्यापारियों की मदद के लिए स्व. मदन लाल खुराना एवं स्व. साहिब सिंह वर्मा ने बवाना इंडस्ट्रियल एरिया बनाया था लेकिन कांग्रेस सरकार ने डिडोग्स एक्ट लगा दिया। उन्होंने कहा कि आज जब मैं व्यापारियों की समस्या सुनने के लिए आ रहा था तो मुझे रोकने की कोशिश भी की गई। सचदेवा ने सवाल किया कि डी. एस.आई.डी.सी ने एक कंपनी के साथ एग्रीमेंट किया लेकिन उनकी शर्तें आज दिल्ली के व्यापारी क्यों भुगतें ? जब हम मरम्मत चार्ज दे रहे हैं और सड़के हमारे पैसे से बन रही हैं तो फिर हम टैक्स किस बात का दें।
उन्होंने कहा कि व्यापारियों के ऊपर अतिरिक्त दबाव बढ़ाने के लिए टोल टैक्स लगाया गया जबकि यह केजरीवाल सरकार की नाकामी है कि उन्होंने पार्किंग लॉस डेवलपमेंट नहीं किया। तो सरकार की नाकामी व्यापारी क्यों भुगतें। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने मांग की कि बवाना इंडस्ट्रियल एरिया फ्री होल्ड होना चाहिए। अगर यह फ्री होल्ड हो जाएगा तो बाकी समस्या अपने आप ठीक हो जाएगी। केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ इसलिए नहीं उठा सकते क्योंकि यह फ्री होल्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस बात की समझ नहीं है कि जिनकी जेब वह काट रहे हैं उन्हीं उधमियों के पैसो से वे फल फूल रहे हैं। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने व्यापारियों को एक कमाई और लूट का साधन बनाया है जो कि ज्यादा दिन तक नहीं चलने वाला है और अगर व्यापारी टैक्स दे रहे हैं तो उन्हें सभी सुविधा भी मिलनी चाहिए नहीं तो भाजपा व्यापारियों के साथ केजरीवाल सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी।