सोशल संवाद /डेस्क : हम सभी को पता है की भारत में लोग ज्यादातर लोग दूध चाय पिने के शौकिन है.आपको बता दें कि ज्यादा चाय पीने से शरीर में आयरन,anxiety,tension और नींद की कमी होती है.इस की जगह आप मुलेठी की चाय पी सकते हैं कई बिमारिया मुलेठी खाने से ख़त्म हो जाती है.मुलेठी चाय न सिर्फ सर्द मौसम में गरमाहट देने कम करता है साथ ही इसके अलावा सर्दी, जुकाम, खांसी में आराम मिलता है.
मुलेठी चाय के फायदे:
मुलेठी की जड़ से गैस्ट्रो प्रोब्लम सहित मलेरिया, अनिद्रा और संक्रमण जैसी बीमारियों का इलाज किया जाता है. इसका इस्तेमाल श्वसन और पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने में भी किया जाता है. मुलेठी की जड़ से जूस, कैंडी, दवा आदि बनाए जाते हैं. मुलेठी सर्दियां में सर्दी और फ्लू जैसे लक्षणों के इलाज के लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है. मुलेठी में एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो पाचन को ठीक करते हैं. मुलेठी इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करती है. मुलेठी के इस्तेमाल से बंद नाक, गले की खराश और खांसी से निजात मिलती है.
तो आइए जानते हैं मुलेठी के ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में
तनाव कम करता है
यह एक नेचुरल ब्रोंकोडायलेटर है. सर्दियों मे हम सभी सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं से अक्सर घिर ही जाते हैं ऐसे में मुलेठी की चाय या काढ़े से हमें बहुत आराम मिल सकता है. यह खासकर सूखी खांसी में बहुत ही फायदेमंद हो सकती है.
PCOD या PCOS के लक्षणों को कम करता है
मुलेठी से महिलाओं में होने वाला PCOD (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज) और PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) के लक्षणों को काफी हद तक कम किया जा सकता है. मुलेठी ऐसी स्थिति में महिलाओं में अनियमित पीरियड्स और उसकी वजह से बढ़ने वाले मोटापे को भी कम करने में मदद करती है.
हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करती है
मुलेठी का डेली सेवन हाइपरपिग्मेंटेशन को भी कम कर सकता है. हाइपरपिग्मेंटेशन की वजह से चेहरे पर दाग धब्बे पड़ जाते हैं, जिन्हें मुलेठी जड़ से खत्म करने में मदद करती है और साथ ही चेहरे को नेचुरल तरीके से ग्लोइंग बनाए रखने का भी काम करती है.
गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में मदद करती है
अल्सर को ठीक करने वाली चीजों में से एक है मुलेठी। इससे गैस्ट्रिक अल्सर और पेप्टिक अल्सर दोनों में ही बहुत आराम मिलता है.