सोशल संवाद/डेस्क : एनटीटीएफ के एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन भारत में कौशल के जनक डॉ. एन रघुराज नामासिवयम का शुक्रवार को निधन हो गया।वे भारत में कौशल विकास के क्षेत्र में विशेष व्यक्ति थे।उनकी विरासत बहुत से लोगों को प्रेरित करती है।यह खबर मिलने के उपरांत एनटीटीएफ गोलमुरी के सभी प्रशिक्षकगण संस्थान के प्रांगण में एकत्रित हो,डॉ. एन रघुराज नामासिवयम को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की एवं उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएँ व्यक्त किया।श्री रेगुराज का जन्म 6 अगस्त 1942 को कोर्टालम, तमिलनाडु के एक प्रतिष्ठित परिवार मे हुआ था।
सम्मानित में ग्रेजुएट इंजीनियर के रूप में अपना करियर शुरू किया। एनटीटीएफ में उनका करियर वर्ष 1967 में शुरू हुआ और आज के शुरुआती घंटों तक जारी है। कौशल स्थान, एक निर्वात होगा. एनटीटीएफ आज जो कुछ भी है वह भारत के युवाओं को कौशल क्षेत्र में विकसित करने के उनके अथक प्रयास के कारण है। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं।प्राचार्य प्रीता जॉन,उप प्राचार्य रमेश राय एवं एनटीटीएफ से जुड़े सभी सदस्य ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा,उनका यूं अचानक चले जाना सभी के लिए अपूरणीय क्षति है, हमने एक महान गुरु खो दिया।उन्हें अंतिम विदाई देने हेतु एनटीटीएफ गोलमुरी से प्ररिनिधिगन ,बेंगलुरू के लिए रवाना हुए।