सोशल संवाद/दिल्ली( रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बीते एक दशक में दलित, आदिवासी, बहुजन, अल्पसंख्यक और महिलाओं के साथ मोदी सरकार ने भारी नाइंसाफी की है। जातिगत भेदभाव और अत्याचार बढ़ गए हैं। भारी बैकलॉग है। लेकिन, हर दूसरे दिन भाजपा नेता आरक्षण खत्म करने और संविधान को बदलने की धमकी दे रहे हैं। नई दिल्ली के जवाहर भवन में आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भाजपा भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है। विशेषकर एससी, एसटी, ओबीसी, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए भाजपा बड़ा खतरा है। कांग्रेस पार्टी की नई हिस्सेदारी न्याय की गारंटी सामाजिक व आर्थिक समानता की सोच का हिस्सा है। कांग्रेस एससी और एसटी के कॉम्पोनेन्ट प्लान को पुनर्जीवित करेगी और जल-जंगल-जमीन के अधिकारों की सुरक्षा करेगी। कांग्रेस जो वादा करती है, वो पूरा करती है। प्रधानमंत्री मोदी की एकमात्र उपलब्धि चंद मित्रों को अमीर बनाना है। मोदी सरकार की नीतियों की वजह से असमानता की खाई और गहरी हो गई है। कमजोर तबकों की हालत पिछले 10 साल में ख़राब हुई है।
खरगे ने कहा कि कांग्रेस के विचारों के केंद्र में गांधी जी और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का विजन रहा है। इस विजन के साथ हमारे संविधान में समानता का अधिकार दिया गया है। पंचायतो से लेकर संसद तक कमजोर तबकों के प्रतिनिधित्व को भी कांग्रेस के नेतृत्व में आगे बढ़ाने का काम किया गया है। सामाजिक न्याय एक विस्तृत शब्द है। रातों रात समाज को बदला नहीं जा सकता। लेकिन समाज को बदलने के लिए गहरी सोच और कानूनी आधार भी होना चाहिए। हमारे नायकों ने दोनों काम किए।
खरगे ने कहा कि राहुल गांधी जी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा देशभर में निकली थी, जिसके केंद्र में सामाजिक न्याय था। इन यात्राओं ने बुनियादी मुद्दों को जनता के सामने रखा। ये बताने का काम किया कि न्याय के उन चार स्तंभों न्याय, स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व को मोदी सरकार कैसे तबाह कर रही है जो हमारे संविधान की प्रस्तावना में हैं। जो संविधान को बदलने की बात करते हैं, उनके मन में एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों, गरीबों और महिलाओं के प्रति कितनी इज्जत है आप समझ सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जातिगत जनगणना की मांग दो साल से हो रही है, लेकिन इस सवाल पर मोदी जी का मौन सामाजिक न्याय के साथ धोखा नहीं तो और क्या है। हकीकत ये है कि आरएसएस-भाजपा के मन में बराबरी की बात कभी नहीं रही है। ये बातें वह केवल भाषणों में करते हैं। हकीकत में वे अपने अरबपति मित्रों को अमीर और जनता को गरीब बनाते हैं। चंद उद्योगपतियों को मालामाल करने के लिए वे जनता के संसाधन को बेचने में संकोच नहीं करते हैं।
खरगे ने कहा कि मोदी ने पिछड़े समुदायों को मूर्ख बनाने के लिए लगातार अपनी जाति का प्रचार किया है। सत्ता में आने के बाद से उन्होंने पिछड़े और दलितों के लिए कुछ नहीं किया है और उन्हें सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। यदि वे सत्ता में वापस आते हैं, तो एससी, एसटी, ओबीसी, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय के अगले पांच साल होंगे। बाबा साहेब के संविधान को संरक्षित करने के लिए भाजपा को सत्ता से बाहर करना जरूरी है।