सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में एनएसयूआई प्रभारी कन्हैया कुमार और एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। एनएसयूआई प्रभारी और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य कन्हैया कुमार ने कहा कि नीट की परीक्षा में फिर से धांधली हुई है। 67 छात्रों के 720 में से 720 अंक आए, जिनमें से 12 छात्रों ने एक ही सेंटर में बैठकर परीक्षा दी थी। यह परिणाम जानबूझकर चार जून को चुनाव नतीजों के बीच घोषित किया गया, जबकि इसे 14 जून को घोषित होना था।
उन्होंने कहा, देश में ऐसी कोई परीक्षा नहीं है, जिसमें धांधली न हो। छात्रों ने सोशल मीडिया पर ‘एक बार फिर, लीकेज सरकार’ लिखना शुरू कर दिया है। चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी परीक्षा पर चर्चा करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद पेपर लीक और धांधली पर कोई बात नहीं होती है। यही हालत रही तो आने वाले दिनों में यूपीएससी की परीक्षा भी ठीक से नहीं हो पाएगी।
कन्हैया कुमार ने कहा, देश के किसी भी स्टूडेंट सेंटर में आत्महत्या की घटनाएं समस्या बन चुकी हैं। पेपर लीक पर कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है, क्योंकि पेपर लीक माफिया छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। सरकार को कदम उठाना चाहिए। सिर्फ बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, क्योंकि ये देश के भविष्य का सवाल है।
उन्होंने कहा, नीट और किसी भी अन्य परीक्षा में हुईं धांधली के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इसकी उच्च-स्तरीय जांच हो। कन्हैया कुमार ने कांग्रेस की ओर से मांगें सामने रखते हुए कहा, नीट परीक्षा से जुड़े मुद्दों की पुनर्समीक्षा की जाए। छात्रों की शिकायतों और चिंताओं का समाधान किया जाए। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर दोबारा परीक्षा होनी चाहिए।
वहीं एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि नीट परीक्षा में पेपर लीक और रिजल्ट में धांधली पर सरकार चुप है। एनटीए शक के घेरे में है, क्योंकि पेपर लीक की बात सामने आई थी। फिर परीक्षा में जो स्कोर संभव नहीं था, वह भी कई छात्रों को मिला। यही नहीं, नीट का रिजल्ट जल्दबाजी में पहले ही रिलीज कर दिया गया, जिसके बारे में किसी को जानकारी नहीं दी गई। ये सभी बातें एनटीए पर कई सवाल खड़े करती हैं।