October 23, 2024 1:03 pm

उत्थान सीबीओ ने सामाजिक कार्यकर्ताओं/संस्थाओं का किया सम्मान

सोशल संवाद/जमशेदपुर: ट्रांसजेंडर के वेलफेयर को समर्पित संस्था ‘उत्थान सीबीओ’ ने शुक्रवार को धतकीडीह कम्युनिटी सेंटर में सम्मान समारोह का आयोजन किया. इसमें सामाजिक कार्यकर्ताओं और विभिन्न संस्थाओं को खासकर ट्रांसजेंडर समुदाय के हित में उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के आयोजन में संस्था के सचिव अमरजीत और उनकी टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा. कार्यक्रम में इंटक के राष्ट्रीय नेता राकेश्वर पांडेय, टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष टुन्नू चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता पूर्वी घोष, शिक्षाविद मंजू, प्रेम दीक्षित, गीता,हेल्प फाउंडेशन से जुड़े सदस्य और अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए.

इस मौके पर राकेश्वर पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि अब समय बदल रहा है.पहले ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति लोगों की नजर ठीक नहीं थी. ट्रांसजेंडर के साथ लोग बैठते नहीं थे.पैदा होने पर घर से बाहर निकाल लेते थे. फिर वे बच्चे गुरु के पास चले जाते थे, जो उन्हें सेक्स रैकेट में झोंक देते थे.अब भी ऐसी घटनाएं बदस्तूर जारी हैं, लेकिन हालात थोडा बदले हैं. राकेश्वर पांडेय ने कहा कि जिस तरह कोलकाता हाई कोर्ट ने सरकार को ट्रांसजेंडर के लिए एक प्रतिशत आरक्षण के निर्देश दिए हैं, वैसा ही झारखंड में हो, उसके लिए एक पिटीशन रांची हाई कोर्ट में डालना चाहिए.

वहीं टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष टुन्नू चौधरी ने बताया कि कैसे अमरजीत और अन्य कई ट्रांसजेंडरों को टाटा स्टील ने नौकरी देकर एक उदाहरण पेश किया है. वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता ने अपने संबोधन में बताया कि बतौर ईटीवी रिपोर्टर ट्रांसजेंडर के मुद्दे पर खुलकर कार्य करने का मौका मिला, जो ईटीवी छोड़ने के बाद भी जारी रहा. मीडिया कवरेज में ट्रांसजेंडर समुदाय को प्रमुखता से दिखाने का परिणाम था कि आगे चलकर ट्रांसजेंडर समुदाय के आधार कार्ड बने. कोविड के दौरान भी ट्रांसजेंडर समुदाय तक राशन पहुंचाने में मीडिया की प्रमुख भूमिका रही.

कार्यक्रम में पहुंची रितिका श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक वे परसुडीह और अन्य इलाकों में वे 800से ज्यादा बच्चियों को निशुल्क आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे चुकी हैं.उधर सामाजिक कार्यकर्ता मुनमुन और सुष्मिता ने भी अपने संबोधन में अपने कार्यों की जानकारी दी.

रक्तदान के क्षेत्र में चंदन के नेतृत्व में उदाहरण पेश कर रहे उत्साही युवाओं को सम्मानित किया गया जिनकी बदौलत कई जिंदगियां बचाईं गईं हैं. दस रुपये में भरपेट भोजन करवा रहे और अन्य सामाजिक कार्यों से जुड़े हेल्प फाउंडेशन के सदस्यों को इस कार्यक्रम में खास तौर पर सम्मानित किया गया.

Print
Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
जाने छठ पूजा से जुड़ी ये खास बाते विराट कोहली का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में 5 नवंबर 1988 को हुआ. बॉलीवुड की ये top 5 फेमस अभिनेत्रिया, जिन्होंने क्रिकेटर्स के साथ की शादी दिवाली पर पिछले 500 सालों में नहीं बना ऐसा दुर्लभ महासंयोग सोना खरीदने से पहले खुद पहचानें असली है या नकली धनतेरस में भूल कर भी न ख़रीदे ये वस्तुएं दिवाली पर रंगोली कहीं गलत तो नहीं बना रहे Ananya Panday करेगीं अपने से 13 साल बड़े Actor से शादी WhatsApp में आ रहे 5 कमाल के फीचर ये कपल को जमकर किया जा रहा ट्रोल…बच्ची जैसी दिखती है पत्नी