सोशल संवाद / डेस्क : सांसद एवं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज संसद भवन, नई दिल्ली में मीडिया से बात की। राहुल गांधी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज अखबार में लिखा है कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि अपोजिशन को कंस्ट्रक्टिवली सरकार के साथ कॉपरेट करना चाहिए। अपोजिशन ने क्लियरली कहा है, राजनाथ सिंह जी का खरगे जी के पास फोन आया। राजनाथ सिंह जी ने खरगे जी से कहा- देखिए, आप हमारे स्पीकर को सपोर्ट कीजिए। पूरी अपोजिशन ने कहा है, हमने सबसे बात की है, पूरी अपोजिशन ने कहा है कि हम स्पीकर को सपोर्ट करेंगे, मगर कन्वेंशन ये है कि डिप्टी स्पीकर अपोजिशन को मिलना चाहिए।
राजनाथ सिंह जी ने कल शाम कहा था कि वो खरगे जी को कॉल रिटर्न करेंगे, अभी तक राजनाथ सिंह जी ने खरगे जी को कॉल रिटर्न नहीं किया है। तो मोदी जी कह रहे हैं कंस्ट्रक्टिव कॉपरेशन हो और फिर हमारे नेता को इंसल्ट किया जा रहा है। तो नीयत साफ नहीं है। नरेंद्र मोदी जी कोई कंस्ट्रक्टिव कॉपरेशन नहीं चाहते हैं, क्योंकि कन्वेंशन है कि डिप्टी स्पीकर अपोजिशन का होना चाहिए और हमने कहा है, पूरे अपोजिशन ने कहा है कि अगर कंन्वेशन फॉलो किया जाएगा तो पूरा समर्थन स्पीकर के इलेक्शन में हम देंगे।
तो ये मैं आपको क्लेरिफाई करना चाह रहा था। यूपीए के समय हमने दिया था। तो मेरा कहना है कि नरेंद्र मोदी जी कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। यही इनका फॉर्मूला है, यही इनकी स्ट्रैटेजी है, इनको ये बदलना ही पड़ेगा।
इशू क्या है कि पूरा देश जानता है कि प्रधानमंत्री के शब्दों का कोई मतलब नहीं है। प्रधानमंत्री कहते हैं कॉपरेशन होनी चाहिए, सबको मिलकर काम करना चाहिए, बाहर वो कहते हैं और अंदर कुछ और करते हैं और हमारे लीडर को कहा गया कि कॉल रिटर्न होगा। अभी तक तक कॉल रिटर्न नहीं हुआ।