सोशल संवाद /डेस्क: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा एनईईटी-यूजी 2024 परीक्षा से संबंधित दायर याचिकाओं पर नोटिस जारी किया, जिसमें राजस्थान हाई कोर्ट के समक्ष लंबित मामलों को सुप्रीम कोर्ट में स्थानांतरित करने की मांग की गई है.
नीट पेपर लीक और गड़बड़ी के मामले में सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं लंबित
सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं लंबित हैं, जिनमें एनईईटी-यूजी 2024 के नतीजों को वापस लेने और परीक्षा को नए सिरे से आयोजित करने के निर्देश देने की मांग की गई है, जिसमें परीक्षा में पेपर लीक होने और गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है. अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और प्रश्नपत्र लीक होने, कंपनसेटरी नंबर देने और एनईईटी-यूजी के प्रश्न में विसंगति का मुद्दा उठाया था.
CBI ने अबतक नीट-यूजी मामले में 6 प्राथमिकी दर्ज की है और 57 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने इस मामले में अब तक छह प्राथमिकी दर्ज की हैं. इस मामले में करीब 57 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 12 को केंद्रीय एजेंसी ने और बाकी आरोपियों को विभिन्न राज्य पुलिस बलों ने गिरफ्तार किया है. अब तक 22 लोगों को जमानत मिल चुकी है.
क्या है मामला
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए नीट-यूजी का आयोजन करती है. इस साल पांच मई को यह परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 571 शहरों के 4,750 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 23 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे. परीक्षा का रिजल्ट 4 मई को आया, जिसमें 67 अभ्यर्थी को पूरे 720 अंक प्राप्त हुए और दो को 718 और 719 अंक दिए गए. इसी को लेकर विवाद जारी है. नीट परीक्षा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब इतनी संख्या में अभ्यर्थियों को कुल अंक प्राप्त हुए. परीक्षा में फर्जीवाड़ा और पेपर लीक मामले को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया.