March 11, 2025 4:49 pm

पत्थर खनन पट्टा के ख़िलाफ़ ग्रामीणों ने किया विरोध, JBKSS उतरी समर्थन में

पत्थर खनन पट्टा के ख़िलाफ़ ग्रामीणों ने किया विरोध

सोशल संवाद / सरायकेला : राजनगर प्रखंड के तुमुंग पंचायत अंतर्गत चालियामा गाँव टोला उठूरडीह में 6.68 जमीन पर पत्थर खनन पट्टा का लीज हेतु किए जा रहे प्रयास का ग्रामीणों ने विरोध जताया । इसको लेकर बीते दिन उठूरडीह ग्रामीणों ने एक बैठक की और किसी भी हाल में लीज नहीं होने देने की बात कही। मीडिया से बातचीत के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि खन्न पट्टा के लिए ग्राम प्रधान द्वारा फ़र्ज़ी ग्राम सभा किया गया है। इस ग्राम सभा में गांव के नाममात्र ग्रामीण उपस्थित थे।

यह भी पढ़े : भाजपा नेताओं के करनी और कथनी में बहुत अंतर है : सुधीर कुमार पप्पू

इस दौरान समाज सेवी शशि भूषण महतो ने कहा की लीज स्थल के समीप उठुरडीह नव प्राथमिक विद्यालय है। 300 मीटर में उपयोगी तालाब, श्मशान भूमि व कृषि भूमि है। प्रस्तावित लीज स्थल के चारों ओर बुटीगोड़ा, नागा, तुमुंग, चालियामाव उठूरडीह गांव घिरा हुआ है। यहाँ ओपन पिट पत्थर खनन होगा जिस में हैवी ब्लास्टिंग होने से ग्रामीणों के घरों को क्षति पहुंचेगी। धूलकणों से वातावरण प्रदूषित होगा। अतः हम सभी ग्रामीण किसी भी हालत में यहां पत्थर खनन पट्टा स्वीकृत नहीं होने देंगे।

इस संबंध में उपायुक्त सरायकेला- खरसावां, ज़िला के खन्न पदाधिकारी, अंचल अधिकारी राजनगर, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं ज़िला शिक्षा पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर खनन पट्टा स्वीकृत नहीं करने की मांग किया है।

खनन से बाहरी कर रहे है लूट, ग्रामीण हो रहे इसका दुष्प्रभाव का शिकार- प्रेम मार्डी

मौक़े पर मौजूद JBKSS/JLKM के केंद्रीय सदस्य प्रेम मार्डी ने कहा कि राज्य भर में कई जगह माइनिंग की जा रहा है। ख़ास कर सरायकेला ज़िले में माइनिंग का एक बड़ा सिंडिकेट चल रहा है। लिज़ के मुताबिक़ यहाँ कोई काम नहीं हो रहा है। मानक से ज़्यादा खोदाई की जा रहा है जिस में हमेसा मवेशियों की गिरने का आसंका बना रहता है। हैवी ब्लास्टिंग से घरों में क्रैक्स पड़ते है। प्रदूषण से लोगो को बीमारी हो रही है इसलिए इस तरह के माइनिंग का हम पर ज़ोर विरोध करते है।

बैठक में मुखिया सुनीति मुर्मू, पार्षद आमोदिनी महतो के प्रतिनिधि शशि महतो, वार्ड सदस्य तरुण रजक, जेबीकेएसएस के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रेम मार्डी, सोमेन मंडल, सूजय प्रमाणिक, सुनील महतो सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.

Print
Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
दुनिया के इस देश में 2-2 महीने तक नहीं उगता सूरज किन लोगों को नहीं करना चाहिए सूर्य नमस्कार India ने toss हारने में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड इस देश की है 3 राजधानियाँ राज्यपाल को उनके पद से कौन हटा सकता है Paracetamol से होने वाले नुकसान ठंडे पानी से मुंह धोने के फायदे किन राज्यों में लागू है पेसा कानून 2024 के सबसे ज्यादा सुने गए गाने जाने कितनी बार कर सकते हैं आधार अपडेट