सोशल संवाद / झारखंड : झारखंड में होमगार्ड में फर्जी बहाली का चौंकाने वाला मामले सामने आया है। लोगों के जन्म से पहले ही उनकी नियुक्ति होमगार्ड में गृह रक्षकों के पद पर हो जा रही है। इस मामले का खुलासा विभाग की जांच में हुआ है। विभागीय जांच में पता चला कि रविवार को धुर्वा पुलिस ने जिस आसिफ अंसारी को जेल भेजा है। उसके जन्म से पहले ही उसकी बहाली होमगार्ड में हो गई थी।
दरअसल, इस मामले की भनक होमगार्ड जवानों को लोकसभा चुनाव के वक्त लगी, जिसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी गई। अधिकारियों ने मामले पर संज्ञान लेते हुए जांच की, तो यह चौंकाने वाला मामला सामने आया। विभागीय डीएसपी कौशिक ने बताया कि आसिफ अंसारी का जन्म 1993 में हुआ था। लेकिन होमगार्ड आरक्षी के रूप में उसे जो बैच नंबर मिला था, उसमें आसिफ की जन्म तिथि 1984 अंकित है। मिली जानकारी के अनुसार, रक्षा वाहिनी के पदाधिकारी और कर्मियों की मदद से आसिफ की फर्जी तरीके से होमगार्ड जवान के रूप बहाली की गई थी।
इस फर्जी बहाली मामले में जो विभागीय रिपोर्ट सामने आई है, उसमें दो अन्य लोगों की फर्जी तरीके से होमगार्ड जवान के रूप बहाली की गई थी। इस मामले में आसिफ अंसारी के साथ जगदेव टोप्पो और निसार अहमद भी शामिल हैं।
फर्जी नियुक्ति मामले में होमगार्ड विभाग की ओर से धुर्वा थाना में कंपनी कमांडर कैलाश यादव और आसिफ अंसारी सहित पांच लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी। जिसके बाद रविवार को आसिफ को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इस मामले के सरगना कंपनी कमांडर कैलाश यादव को सोमवार को निलंबित किया गया है। होमगार्ड डीजी अनिल पालटा ने इस मामले से संबंधित जारी आदेश में कंपनी कमांडर के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।