सोशल संवाद/ डेस्क: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में बताया कि रेलवे की स्थायी समिति ने स्लीपर और 3AC श्रेणियों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट पर विचार करने की सलाह दी है. कुछ सांसदों ने ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट बहाल करने का मुद्दा उठाया.

वरिष्ठ नागरिकों को दी गई छूट को बहाल नहीं करने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर वैष्णव ने कहा, ”भारतीय रेलवे सभी वर्गों के लोगों को सस्ती सेवाएं प्रदान करने का प्रयास करता है और 2023-24 में यात्री टिकटों पर 60,466 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है. यह औसतन प्रत्येक व्यक्ति के लिए रेलवे पर यात्रा करने पर 45 प्रतिशत की छूट के बराबर है.”
दूसरे शब्दों में यदि सेवा प्रदान करने की लागत सौ रुपये है, तो टिकट की कीमत केवल 55 रुपये है. यह सब्सिडी सभी यात्रियों के लिए जारी है. इस सब्सिडी राशि से अधिक छूट कई श्रेणियों के लिए जारी है, जैसे दिव्यांगजन, रोगियों और छात्रों की विभिन्न श्रेणियां.
बता दें कि कोरोना महामारी शुरू होने से पहले तक रेलवे में बुजुर्गों को किराए में छूट मिलती थी. लेकिन 20 मार्च 2020 के बाद से इस सुविधा को बंद कर दिया गया. पहले 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों (पुरुष) को सभी क्लास के टिकट पर 40% की छूट मिलती थी. वहीं 58 साल से ऊपर की महिलाओं को 50 प्रतिशत तक की छूट दी जाती थी.








