सोशल संवाद/डेस्क: Tatanagar दक्षिण पूर्व रेलवे की प्रधान Chief Medical Director (PCMD/SER) श्रीमती अंजना मल्होत्रा ने गुरुवार को टाटानगर रेलवे अस्पताल का निरीक्षण किया। यह दौरा उनके चक्रधरपुर रेलमंडल भ्रमण का अंतिम पड़ाव था।

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निरीक्षण के दौरान रेलवे मेंस यूनियन के वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया और अस्पताल से जुड़ी लंबित समस्याओं को उनके सामने रखा। यूनियन ने याद दिलाया कि 18 अक्टूबर 2024 को सीएमडी ने महिला कर्मचारियों के लिए चेंजिंग रूम की तत्काल व्यवस्था का आदेश दिया था, लेकिन 11 महीने बीत जाने के बाद भी यह कार्य पूरा नहीं हुआ।
अभी भी महिला कर्मचारियों को अस्पताल के एक कोने में अस्थायी रूप से बनाए गए स्थान पर कपड़े बदलने पड़ रहे हैं। इस पर आश्चर्य जताते हुए श्रीमती मल्होत्रा ने जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब-तलब किया और तुरंत एक खाली कक्ष को चेंजिंग रूम के रूप में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
यूनियन ने इस मौके पर अस्पताल की अन्य समस्याओं की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि अल्ट्रासाउंड मशीन लंबे समय से खराब है और किसी निजी केंद्र से अनुबंध न होने के कारण रेलकर्मियों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। इसके समाधान के लिए एमआरआई और अल्ट्रासाउंड हेतु निजी सेंटर से अनुबंध करने की मांग उठाई गई।
इसके अलावा यूनियन ने ओपीडी में वाटर कूलर लगाने, पैथोलॉजी जांच पुनः शुरू करने, मरीजों की संख्या के अनुपात में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति बढ़ाने, गंभीर रोगियों के लिए रेफरल नियम आसान करने और रेफरल अस्पतालों की संख्या बढ़ाने की मांग भी रखी।
इस निरीक्षण ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि शीर्ष स्तर पर आदेश जारी होने के बावजूद उसका समय पर अनुपालन क्यों नहीं हो रहा है।








