सोशल संवाद / झारखंड : झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के केंद्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक कुणाल सारंगी को संयुक्त राष्ट्र के प्रतिष्ठित “यूएन बिजनेस एंड ह्यूमन राइट्स फोरम (UNBHRF 2025)” में व्यवसाय औ मानवाधिकार के बीच के संतुलन विषय पर बात रखने के लिए मौक़ा मिला है। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 24 नवंबर से 26 नवंबर 2025 तक संयुक्त राष्ट्र कार्यालय, जिनेवा (स्विट्ज़रलैंड) में आयोजित होगा।

यह भी पढे : APL ने रचा इतिहास ! दिल्ली में मना विश्व की पहली प्रोफेशनल तीरंदाजी लीग का जश्न
यह फोरम विश्व स्तर पर व्यवसाय और मानवाधिकारों के बीच संतुलन स्थापित करने की दिशा में काम करता है। इस वर्ष का विषय है — “Accelerating Action on Business and Human Rights amidst Crises and Transformations.” इसमें विश्वभर के नेता, नीति निर्माता, उद्योग प्रतिनिधि और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल होंगे।
इसके पहले भी कई बार विभिन्न अंतरराष्ट्रीय फोरम पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके कुणाल सारंगी नीतिगत सुधार, सुशासन और सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में अपनी अच्छी समझ के लिए जाने जाते हैं। वे झारखंड से अमेरिकी सरकार के प्रतिष्ठित IVLP कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले पहले राजनीतिज्ञ हैं। कुणाल TEDx स्पीकर और सामाजिक संस्था नाम्या स्माईल फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं ।

कुणाल ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ऐसी नीतियों की हमेशा वकालत करते हैं जो झारखंड के जनजातीय और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए टिकाऊ और समावेशी विकास सुनिश्चित करती हैं। इसलिए उनकी कोशिश होगी कि वे इस मंच के माध्यम से झारखंड के आदिवासी और वंचित समुदायों की आवाज़ को विश्व पटल पर रखेंगे ताकि आर्थिक विकास मानवाधिकारों और सतत नीति सिद्धांतों के अनुरूप हो, जो दिवंगत (दिशोम गुरु) शिबू सोरेन और सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच का प्रतिबिंब है।








