सोशल संवाद/डेस्क: दूरसंचार विभाग (DoT) ने अब सभी नए मोबाइल हैंडसेट में ‘संचार साथी’ ऐप को पहले से इंस्टॉल करना अनिवार्य कर दिया है। विभाग ने मोबाइल निर्माता कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि सभी नए स्मार्टफोन में 90 दिनों के भीतर यह ऐप मौजूद हो। इसका उद्देश्य चोरी हुए फोन, फर्जी कॉल और IMEI धोखाधड़ी की शिकायतों को आसान बनाना है।

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संचार साथी ऐप यूजर्स को उनके मोबाइल कनेक्शन की प्रामाणिकता जांचने, खोए या चोरी हुए फोन की रिपोर्ट करने और धोखाधड़ी की जानकारी तुरंत दर्ज करने में मदद करेगा। ऐप को फोन के सेटअप के समय आसानी से दिखाना होगा और इसकी किसी भी सुविधा को निष्क्रिय नहीं किया जा सकता।
मई 2023 में लॉन्च किया गया यह पोर्टल अब तक 42.14 लाख से अधिक मोबाइल ब्लॉक, 26.11 लाख खोए या चोरी हुए हैंडसेट का पता लगाने में सफल रहा है। इसके अलावा, अपने नाम पर पंजीकृत मोबाइल कनेक्शन की जानकारी मांगने वाले 288 लाख से अधिक अनुरोध प्राप्त हुए, जिनमें से 254 लाख से अधिक हल हो चुके हैं।
संचार साथी ऐप को 1.14 करोड़ से अधिक पंजीकरण मिले हैं। Google Play Store से ऐप 1 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड हुआ, जबकि Apple Store से 9.5 लाख से ज्यादा डाउनलोड हुए हैं।
पुराने हैंडसेट्स के लिए भी सरकार ने निर्माताओं और आयातकों को निर्देश दिए हैं कि सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से ऐप को पुश करें। DoT ने कहा कि यह कदम नागरिकों को नकली फोन खरीदने से बचाने, संदिग्ध कॉल और धोखाधड़ी की आसान रिपोर्टिंग करने और संचार साथी पहल की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
इस पहल से न केवल मोबाइल सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि उपयोगकर्ताओं को उनके कनेक्शन और डेटा पर अधिक नियंत्रण भी मिलेगा। ऐप की सरल इंटरफेस और OTP-मुक्त सुविधाएं इसे और भी उपयोगकर्ता फ्रेंडली बनाती हैं। अब उपयोगकर्ता अपने फोन से किसी भी धोखाधड़ी या संदिग्ध कॉल की रिपोर्ट तुरंत कर सकते हैं, जिससे धोखाधड़ी पर काबू पाना आसान हो जाएगा।








