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परीक्षा पे चर्चा 2026 की तैयारी शुरू, छात्रों को मिलेगा तनाव से मुक्ति और नई ऊर्जा का मंच

By Aditi Pandey

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Pariksha Pe Charcha 2026 begin परीक्षा

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सोशल संवाद/डेस्क: परीक्षा के समय छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बढ़ने वाले तनाव को दूर करने के मकसद से शुरू किया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संवाद कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ अब एक वैश्विक पहचान बना चुका है. साल 2026 के संस्करण की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और इसे पहले से भी अधिक व्यापक बनाने की योजना है.

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जनवरी 2026 में आयोजित होने वाले इस वार्षिक कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को केवल परीक्षा की तैयारी ही नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, सकारात्मक सोच और मानसिक मजबूती भी देना है. इस बार के संस्करण में कई नई डिजिटल सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं, जिनमें ऑनलाइन प्रतियोगिता और डिजिटल प्रमाणपत्र जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं.

इस वर्ष प्रतिभागियों का चयन भी पहले की तरह ऑनलाइन एमसीक्यू आधारित प्रतियोगिता के जरिए किया जाएगा. कक्षा 6 से 12 तक के छात्र, देश-विदेश में रहने वाले भारतीय छात्र, शिक्षक और अभिभावक MyGov पोर्टल के माध्यम से 1 दिसंबर 2025 से 11 जनवरी 2026 तक इस गतिविधि में भाग ले सकेंगे. प्रतियोगिता पूरी करने वाले सभी प्रतिभागियों को डिजिटल प्रमाणपत्र दिया जाएगा.

पिछले वर्ष यानी परीक्षा पे चर्चा 2025 का आयोजन नई दिल्ली के सुंदर नर्सरी में हुआ था, जो अपने नए इंटरैक्टिव फॉर्मेट के कारण खास रहा. देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से प्रतिभागियों का चयन किया गया था. इसमें सरकारी स्कूलों के साथ-साथ केंद्रीय विद्यालय, नवोदय, सैनिक स्कूल, सीबीएसई और एकलव्य स्कूलों के छात्र भी शामिल हुए थे. कला उत्सव और वीर गाथा के विजेता भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने थे.

2025 में कुल सात विशेष एपिसोड्स के माध्यम से खेल, अनुशासन, मानसिक स्वास्थ्य, पोषण, तकनीक, वित्त, रचनात्मकता और सकारात्मक सोच जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई थी. देश की कई जानी-मानी हस्तियों ने अपने अनुभव साझा कर छात्रों को नई दिशा दी थी.

‘परीक्षा पे चर्चा’ की लोकप्रियता हर साल नया रिकॉर्ड बना रही है. 2025 के संस्करण में 245 से अधिक देशों के छात्रों, 153 देशों के शिक्षकों और 149 देशों के अभिभावकों की भागीदारी के साथ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज किया गया. 2018 में जहां केवल 22 हजार लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था, वहीं 2025 में यह संख्या 3.56 करोड़ तक पहुंच गई थी.

अब जैसे ही 2026 के लिए चयन प्रक्रिया शुरू हुई है, छात्रों और शिक्षकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी परीक्षा के दबाव, करियर विकल्प, अनुशासन, डिजिटल चुनौतियों, पढ़ाई की रणनीति और जीवन कौशल जैसे विषयों पर सीधे मार्गदर्शन देंगे. यह कार्यक्रम लाखों छात्रों को मानसिक रूप से मजबूत बनाकर उन्हें आत्मविश्वास के साथ परीक्षाओं का सामना करने के लिए तैयार करता है.

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