सोशल संवाद/राँची: राज्य में मतदाता सूची के होनेवाले विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआइआर) के तहत वर्ष 2003 की मतदाता सूची से वर्तमान मतदाता सूची की मैपिंग का कार्य 65 प्रतिशत पूरा हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्राें में यह कार्य 70 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। राज्य में अंतिम एसआइआर वर्ष 2003 में हुआ था, जिसमें तैयार अंतिम मतदाता सूची पहले ही सार्वजनिक की जा चुकी है।

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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने शहरी क्षेत्र के मतदाताओं से अनुरोध किया कि वे विगत एसआइआर की मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को विगत एसआइआर में नाम ढूंढ़ने में सहायता के लिए एक ट्यूटोरियल वीडियो जारी किया गया है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की वेबसाइट पर जाकर भी विगत एसआइआर की मतदाता सूची में नाम ढूंढ़ सकते हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि विगत एसआइआर के बाद राज्य में अन्य राज्यों से आए मतदाता एवं जिन मतदाताओं का विगत एसआइआर वाली मतदाता सूची से मैपिंग में कठिनाई आ रही है, वे अपने संबंधित राज्य के सीईओ की वेबसाइट अथवा भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाईट का उपयोग करते हुए अपना अथवा अपने परिजनों का विवरण का प्रयोग कर ढूंढ सकते हैं।
वहीं झारखंड के मतदाता मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड की वेबसाइट सीईओ डाट झारखंड डाट जीओवी डाट इन का उपयोग कर अपना अथवा अपने परिजनों का विवरण ढूंढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैसे मतदाता, जो विगत एसआइआर की मतदाता सूची में विवरण नहीं ढूंढ पा रहे हैं, वे 1950 पर काल कर हेल्प डेस्क मैनेजर से संपर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि अधिक से अधिक पैतृक मैपिंग से एसआइआर के समय कम से कम मतदाताओं को दस्तावेज समर्पित करना पड़ेगा एवं प्रक्रिया में आसानी आएगी। एसआइआर के दौरान कोई भी योग्य मतदाता मतदाता सूची से छुटे नहीं इसे ध्यान में रखकर कार्य करें।








