सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट-सिद्धार्थ ) : दिल्ली में बिन बारिश आई बाढ़ के पीछे भाजपा और केंद्र सरकार की गहरी राजनीतिक साजिश थी। शनिवार को आम आदमी पार्टी ने सबूतों के साथ यह बड़ा खुलासा किया। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा की केंद्र और हरियाणा सरकार ने साजिश के तहत दिल्ली को बाढ़ में डुबोया। बीते छह दिनों से दिल्ली में बारिश नहीं हो रही है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर भाजपा की साजिश का खुलासा करते हुए कहा कि दिल्ली में 8 जुलाई को करीब 153 एमएम बारी वर्षा हुई थी। उसके बाद 9 जुलाई की शाम में थोड़ी बारिश हुई। 10 जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक दिल्ली में बारिश नहीं हुई। जब 6 दिनों से दिल्ली में बारिश ही नहीं हो रही है तो यहां बाढ़ क्यों आ रही है और दिल्ली में यमुना का जलस्तर क्यों बढ़ रहा है? इसकी वजह यह है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार दिल्लीवालों के खिलाफ एक षड्यंत्र के तहत दिल्ली को बाढ़ में झोंकने की पूरी कोशिश कर रही है।
कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हथिनीकुंड बैराज से तीन तरफ से पानी निकलता है। ईस्टर्न कैनाल, वेस्टर्न कैनाल और यमुना की मुख्य नदी से निकलता है। वेस्टर्न कैनाल का पानी हरियाणा से होते हुए दिल्ली में हैदरपुर तक आता है। ईस्टर्न कैनाल का पानी सहारनपुर उत्तर प्रदेश जाता है। यमुना का पानी दिल्ली में पूरे शहर के बीचोबीच आईटीओ और ओखला से होते हुए निकलता है। कुछ लोगों ने हमें जानकारी दी कि जानबूझकर हथिनीकुंड से दिल्ली में पानी छोड़ा जा रहा है। इसके बाद हमने वहां अपनी टीम भेजी। हमने 8 जुलाई को उत्तर भारत में बारिश की जानकारी दी। 9 जुलाई से 13 जुलाई तक वेस्टर्न कैनाल के अंदर पानी नहीं छोड़ा गया।
“आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले साल 10-11 अगस्त 2022 को भी इसी तरह यमुना में पानी था। हथिनी कुंड बैराज से करीब 4 लाख क्यूसेक पानी भेजा गया। यानी कि आज की स्थिति से कहीं ज्यादा पानी भेजा गया। वर्तमान में मात्र साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी भेजा गया है। मगर पिछली साल 4 लाख क्यूसेक पानी को ईस्टर्न, वेस्टर्न कैनाल और यमुना, तीनों दिशाओं में बांटा गया था, जिसके चलते दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। वहीं, बीजेपी के कम पढ़े-लिखे लोग कुतर्क दे रहे हैं कि रेगुलेटर पानी नहीं रोकता है। जबकि रेगुलेटर का मतलब ही रेगुलेट करना है।
“आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं भाजपा शासित केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार को बताना चाहता हूं कि बहुत वर्षों से राजनीति के दांव-पेंच किए जाते रहे हैं और एक-दूसरे को चुनाव में हराने की कोशिश की जाती है। मगर आज राजनीतिक षड्यंत्र इस कगार पर पहुंच गए हैं कि आप एक-दूसरे के राज्यों को बाढ़ में डूबोने के षड्यंत्र करने लग गए। जिन दिल्लीवालों के हजारों लोगों के घरों और छोटी-छोटी झुग्गियों को यमुना का पानी बहाकर ले गई, उनके बारे में बीजेपी ने एक बार भी नहीं सोचा। कितने लोगों की जान जा सकती थी।