सोशल संवाद / नई दिल्ली :- आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के चयन में दिल्ली की जनता की पहली पसंद को महत्व दिया है। पार्टी ने उन 11 नेताओं को विधानसभा का टिकट है जो जमीन से जुड़कर जनता के बीच रहकर उनके लिए काम करते हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तरफ कई अभियान चलाए गए। उन अभियानों में जनता से उम्मीदवारों के बारे में फीडबैक लिए गए।वही फीडबैक इन 11 प्रत्याशियों के चयन का आधार बना। जनता से ली गई राय में सामने आया कि टिकट पाने वाले सभी उम्मीदवार जनता के बीच में रहते हैं, उनकी समस्याएं सुनते हैं और समाधान करते हैं। आम आदमी पार्टी ने इन उम्मीदवार को चुनावी मैदान उतार कर यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह जनसेवा और समाज के प्रति समर्पित रहने वाले कर्मठ लोगों को ही टिकट देगी।
आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची को अंतिम रूप देने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने की। बैठक में व्यापक सर्वे से प्राप्त फीडबैक के आधार पर संभावित उम्मीदवारों के प्रदर्शन और विश्वसनीयता की जांच की गई। बैठक में यह चर्चा की गई कि ऐसे व्यक्तियों को उम्मीदवार के रूप में उतारा जाए जिनका ग्राउंड लेवल पर काम करने का ठोस अनुभव हो। पीएसी के सभी फैसले इस बात को दर्शाते हैं कि आम आदमी पार्टी पारदर्शी और योग्यता के आधार पर उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया में विश्वास रखती है और जनसेवा और समाज के प्रति समर्पित रहने वाले कर्मठ लोगों को ही टिकट देती है।
पिछले दो महीनों में, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता से जुड़ने और उनकी प्राथमिकताओं को समझने के लिए व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया था। “आपके विधायक आपके द्वार” जैसे अभियानों में आम आदमी पार्टी की सरकार और विधायकों के कामकाज को जनता के सामने रखा गया। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्राएं की। पदयात्रा में उमड़ी दिल्ली की जनता की भीड़ ने जाता दिया कि दिल्ली के लोग आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल से बेहद प्यार करते हैं और एक बार फिर अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं।
इन अभियानों से मिले फीडबैक ने उम्मीदवारों के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिनमें से कई ने अपनी क्षेत्र के लिए निरंतर काम किया है, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और सार्वजनिक सुविधाओं जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया है। ये कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जो पिछले चुनावों में हार का सामना करने के बावजूद जनता से जुड़े रहे और उनकी समस्याओं का समाधान कराया। जनता के बीच उनकी उपस्थिति यह दर्शाता है कि वे अपनी निजी महत्वाकांक्षा से ऊपर उठकर सार्वजनिक सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता रखते हैं।
इनमें से कुछ उम्मीदवार पार्षद रहे हैं और अरविंद केजरीवाल के विजन का समर्थन करते हैं, जिन्होंने वर्षों तक आप के मिशन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए खुद को समर्पित किया है। उनके स्थानीय लोगों से गहरे संबंध और काम का अनुभव उन्हें पार्टी के लिए आदर्श कैंडिडेट बनाने में अहम भूमिका निभाई हैं। यह चयन “आप” के उस सिद्धांत को बल देता है, जिसमें निष्ठा, मेहनत और लोगों की परेशानियों को हल करने की क्षमता को बढ़ावा दिया जाता है।
आम आदमी पार्टी की शीर्ष लीडरशिप का मानना है कि चुनावी सफलता केवल एकमात्र मानदंड नहीं है। इसके बजाय, पार्टी उन उम्मीदवारों को प्राथमिकता देती है जिन्होंने लगातार अपने क्षेत्र के लोगों का साथ दिया है, शिकायतों का समाधान किया है, स्थानीय पहलों का नेतृत्व किया है और वंचित वर्गों की आवाज़ को ऊंचा किया है। ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि जनसेवा और समाज के प्रति समर्पित रहने वाले कर्मठ लोगों को ही पार्टी महत्व देती है।
आम आदमी पार्टी को पूरा यकीन है कि यह समर्पित और अनुभवी नेताओं की टीम दिल्लीवासियों से जुड़ पाएगी और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली के लिए बेहतर और अधिक समावेशी दृष्टिकोण को मजबूत करेगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए ‘आप’ ने अपनी पहली सूची में जिन 11 उम्मीदवारों की घोषणा क है, उनके बारे में
1. ब्रह्म सिंह तंवर (छतरपुर) : ब्रह्म सिंह तंवर एक अनुभवी नेता हैं, जिनका सार्वजनिक सेवा में कई दशकों का अनुभव है। उनका छतरपुर क्षेत्र से गहरा संबंध है। वे ग्रामीण बुनियादी ढांचे, जल आपूर्ति और शिक्षा में सुधार के अपने प्रयासों के लिए जाने जाते हैं। क्षेत्र के विकास के लिए उनका समर्पण लंबे समय से जारी है।
2. अनिल झा (किराड़ी) : किराड़ी के पूर्व विधायक अनिल झा को अपने क्षेत्र में नागरिकों की समस्याओं को सुलझाने और विवादों को सुलझाने की क्षमता के लिए जाना जाता है। उनकी नेतृत्व शैली में मुख्य रूप से बुनियादी सुविधाओं जैसे सफाई और सड़कों के सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जो क्षेत्र की बड़ी समस्याएं रही हैं।
3. दीपक सिंघला (विश्वास नगर) : आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार सूची में नए चेहरे दीपक सिंघला विश्वास नगर क्षेत्र में वर्षों से सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उन्हें अपने समुदाय-प्रेरित प्रयासों के लिए पहचाना जाता है, खासकर स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और युवाओं के लिए कार्यक्रमों को बढ़ावा देने में।
4. सरिता सिंह (रोहतास नगर) : पूर्व विधायक सरिता सिंह ने रोहतास नगर में महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। पार्टी में एक युवा नेता के रूप में, उन्हें अपनी पहुंच और जनता की समस्याओं पर ध्यान देने के लिए सराहा गया है।
5. बी. बी. त्यागी (लक्ष्मी नगर) : सार्वजनिक प्रशासन में अनुभवी नेता बी. बी. त्यागी लक्ष्मी नगर में स्थानीय शासन सुधारने के लिए पहचाने जाते हैं। उन्होंने कूड़ा प्रबंधन और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं।
6. राम सिंह नेताजी (बदरपुर) : पूर्व निर्दलीय विधायक राम सिंह नेताजी बदरपुर में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के लिए ‘आप’ में शामिल हुए। वे ज़मीन और आवास संबंधित विवादों को सुलझाने में अपनी प्रभावी भूमिका के लिए जाने जाते हैं और सालों से अपने मतदाताओं का विश्वास जीता है।
7. जुबैर चौधरी (सीलमपुर) : पूर्व विधायक मतीन अहमद के बेटे जुबैर चौधरी सीलमपुर में अहम समस्याओं को सुलझाने में सक्रिय रहे हैं, खासकर घनी आबादी वाले क्षेत्रों में शिक्षा और इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारने पर उनका ध्यान है।
8. वीर सिंह धींगान (सीमापुरी) : चार बार विधायक रह चुके वीर सिंह धींगान एक वरिष्ठ राजनेता हैं, जिनके पास काफी सालों का अनुभव है। वे खासतौर पर पिछड़ी जातियों के उत्थान और पानी, बिजली जैसी जरूरी सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जाने जाते हैं।
9. गौरव शर्मा (घोंडा) : युवा नेता और समर्पित पार्टी कार्यकर्ता गौरव शर्मा घोंडा में शिक्षा और व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ावा देने में सक्रिय हैं। उनका मकसद क्षेत्र के लोगों के लिए नौकरी के अवसर सृजित करना है।
10. मनोज त्यागी (करावल नगर) : मनोज त्यागी का करावल नगर में मजबूत प्रभाव है और उन्हें स्थानीय इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने और जनता की सुरक्षा के उपायों पर काम करने के लिए सराहा गया है।
11. सोमेश शौकीन (मटियाला) : सोमेश शौकीन मटियाला के पूर्व विधायक हैं। उन्हें इलाके में पानी की कमी और आवास संबंधी मुद्दों को सुलझाने के लिए जाना जाता है। साथ ही, सोमेश शौकीन नागरिक समस्याओं को सुलझाने में सक्रिय रहे हैं।
‘आप’ ने कुछ नए चेहरे मैदान में उतरे हैं, जिनमें से सभी जमीनी स्तर के कार्यकर्ता, पूर्व पार्षद या सार्वजनिक सेवा का मजबूत पकड़ रखने वाले व्यक्ति हैं। इन उम्मीदवारों ने अपने क्षेत्रों के प्रति अपनी निष्ठा साबित की है और वे स्थानीय समस्याओं को सुलझाने में सक्रिय रहे हैं, जिससे वे विश्वसनीय और भरोसेमंद प्रतिनिधि बनते हैं।
यह घोषणा योग्यता, निष्ठा और जमीनी स्तर के नेतृत्व पर ‘आप’ के फोकस को दर्शाती है, जो अरविंद केजरीवाल के विजन के तहत जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप एक टीम सुनिश्चित करती है।
सोशल संवाद /दिल्ली :- दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों को और धार देते हुए आम…
सोशल संवाद /नई दिल्ली :- दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की…
सोशल संवाद / जमशेदपुर :- झारखंड विधानसभा चुनाव के मतगणना के पहले जमशेदपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता,समाजसेवी,सोनारी…
सोशल संवाद /नई दिल्ली :- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा…
सोशल संवाद /जमशेदपुर : टाटा स्टील यूआईएसएल ने सी ब्लॉक, प्रोफेशनल फ्लैट्स, कदमा में अत्याधुनिक 1000…
सोशल संवाद / जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन के महासचिव अभिषेक अग्रवाल गोल्डी…