---Advertisement---

Afghan मंत्री ने महिला पत्रकारों की एंट्री रोकी: प्रियंका का PM से सवाल..

By Aditi Pandey

Published :

Follow
Afghan minister blocks entry of women journalists

Join WhatsApp

Join Now

सोशल संवाद/डेस्क: अफगानिस्तान (Afghan) के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी की दिल्ली में शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों की एंट्री पर रोक लगाने पर विवाद हो गया है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने PM मोदी से पूछा- भारत में हमारे ही देश की कुछ सबसे सक्षम महिलाओं का अपमान कैसे होने दिया गया, जबकि महिलाएं ही देश की रीढ़ और गौरव हैं।

यह भी पढ़ें: Bihar Elections 2025: 8.5 लाख पदाधिकारियों की तैनाती, घाटशिला समेत 8 राज्यों की 8 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान

वहीं, विवाद बढ़ने पर भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका कोई रोल नहीं था। न ही उनकी तरफ से पत्रकारों को बुलाया गया था। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस अफगानी एंबेसी में हुई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा- जब अफगानिस्तानी मंत्री दिल्ली आए तो मुंबई स्थित अफगानिस्तान के काउंसिल जनरल ने ही 10 अक्टूबर को चुनिंदा पत्रकारों को आमंत्रण भेजा था। अफगान दूतावास भारत सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। बता दें कि अफगानी विदेश मंत्री 9 से 16 अक्टूबर तक भारत दौरे पर हैं।

भारत दौरे पर Afghan मंत्री, सिर्फ पुरुष पत्रकारों से बात की

अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर मुत्तकी 9 अक्टूबर से भारत दौरे पर हैं। उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों मंत्रियों की मीटिंग के बाद कोई जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हुई। अफगानी मंत्री ने अकेले अफगानिस्तान दूतावास में मीडिया से बात की।

हालांकि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में केवल चुनिंदा पुरुष पत्रकार और अफगान दूतावास के अधिकारी ही शामिल हुए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक भी महिला पत्रकार नहीं थी। कई महिला पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि उन्हें एंट्री ही नहीं दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुत्तकी के साथ आए तालिबान अधिकारियों ने ही ये तय किया था कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कौन शामिल होगा। फिलहाल, यह साफ नहीं है कि तालिबान ने भारत को पहले बताया था या नहीं कि वे महिला पत्रकारों को नहीं बुलाएंगे।

Afghan तालिबान बोला- ये अनजाने में हुआ

अफगान तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने CNN न्यूज 18 से बातचीत में कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को शामिल न करना किसी नीति या भेदभाव के कारण नहीं हुआ। ये अनजाने में हुआ, पास की संख्या सीमित थी।
सुहैल ने कहा- मुत्तकी काबुल में अक्सर महिला पत्रकारों से मिलते हैं और इंटरव्यू भी लेते हैं। भविष्य में भारत दौरे पर महिला पत्रकारों को शामिल किया जाएगा, बशर्ते सही समन्वय और पूर्व सूचना हो।

YouTube Join Now
Facebook Join Now
Social Samvad MagazineJoin Now
---Advertisement---

Exit mobile version