सोशल संवाद/डेस्क : दिवाली के बाद दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण एक बार फिर से बढ़ गया है। बारिश और तेज हवाओं से दिल्ली को बड़ी राहत मिली थी और एक्यूआई तो 100 से भी नीचे आ गय़ा था। लेकिन रविवार को दिवाली के मौके पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और अगली सुबह एक्यूआई का लेवल कई इलाकों में 500 से कई जगहों पर 999 तक पहुंच गया। लेकिन दिल्ली के बाहर भी हालात बिगड़े हैं। आगरा में जहां एक्यूआई 70 के करीब था, वहां सोमवार को आंकड़ा 170 तक हो गया। इसके अलावा झांसी, पटना, लखनऊ, भोपाल जैसे शहरों की हवा भी रविवार रात के बाद से खराब हो गई।

देश के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में दिल्ली पहले नंबर पर है तो वहीं कोलकाता और मुंबई में भी इसमें शामिल हो गए हैं। 196 एक्यूआई के साथ कोलकाता इस लिस्ट में चौथे नंबर पर आ गया है। इसके अलावा 163 एक्यूआई के साथ मुंबई इस सूची में 8वें स्थान पर आ गया है। दरअसल 150 से 200 तक का एक्यूआई लेवल उन लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है, जो पहले से किसी बीमारी के शिकार हों। खासतौर पर अस्थमा, लंग्स और हार्ट की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए इतना अधिक एक्यूआई खतरनाक है।
इसके अलावा जिस तरह से दिल्ली-एनसीआर में क्यूआई से 400 से 500 तक पहुंचता है, वह बेहद खतरनाक है। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इससे तो स्वस्थ लोगों को भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा रहता है। सांस लेने के लिए शून्य से 50 तक का एक्यूआई बेहतर माना जाता है। गौरतलब है कि रविवार रात को दिल्ली और आसपास के इलाके में स्मॉग की चादर छा गई थी। इसके बाद तड़के ही जब मापा गया तो आरकेपुरम, आनंद विहार जैसे इलाकों में एक्यूआई 999 तक पहुंच गया। गौरतलब है कि सु्प्रीम कोर्ट ने पटाखों पर बैन का आदेश दिया था, लेकिन तमाम शहरों में इसकी धज्जियां ही उड़ती दिखीं। लोगों ने जमकर पटाखे जलाए।