सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 16वें दिन सोमवार को पश्चिम बंगाल से बिहार में प्रवेश कर गई। यात्रा के बिहार पहुचंने पर जगह-जगह सड़क किनारे, फ्लाईओवरों और घर की छतों पर खड़े हजारों की संख्या में लोगों ने राहुल गांधी का भव्य स्वागत किया। यात्रा को समर्थन देने आए स्थानीय लोगों का जोश देखने लायक था। जगह-जगह हजारों की संख्या में युवा और बच्चे नारे लगाते हुए यात्रा के साथ-साथ दौड़ते हुए नजर आए। सोमवार को यात्रा बिहार के किशनगंज और अररिया से गुजरी।
इस दौरान अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा में कांग्रेस ने न्याय शब्द जोड़ दिया है। आज के हिंदुस्तान में गरीब व्यक्ति को आर्थिक और सामाजिक न्याय नहीं मिल रहा है। आज आर्थिक और सामाजिक अन्याय किए जा रहे हैं। इस कारण देश प्रगति नहीं कर पा रहा है। इसलिए कांग्रेस ने यात्रा में न्याय शब्द जोड़ा है। मोदी सरकार खेती और मजदूरी करने वालों की मदद नहीं करती, उनके लिए बैंक के दरवाजे बंद रहते हैं। लेकिन चुनिंदा अरबपतियों के लिए सरकार के सारे दरवाजे खुले होते हैं। बेरोजगारी देश में फैलती जा रही है। जीएसटी लागू हुआ, नोटबंदी लागू की। पूरे देश में आज 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। इसकी चोट सबसे ज्यादा गरीब, मजदूर, छोटे दुकानदार, छोटे व्यापारी को लगती है।
राहुल गांधी ने कहा कि देश में आज दलित, पिछड़ा और आदिवासी वर्ग दबा हुआ है। इन्हें सामाजिक न्याय नहीं मिल रहा है। इसलिए कांग्रेस ने सामाजिक न्याय के लिए एक क्रांतिकारी काम करने का निर्णय लिया है। सामाजिक न्याय का पहला कदम जाति जनगणना है। ये देश का एक्सरे है। जाति जनगणना के बाद कांग्रेस पार्टी इन वर्गों को उनकी हिस्सेदारी देने जा रही है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार को 90 अफसर चलाते हैं, देश के पूरे बजट का निर्णय यही अफसर लेते हैं। लेकिन इन 90 अफसरों में ओबीसी वर्ग के सिर्फ तीन लोग हैं। इसलिए पूरे देश को पता चलना चाहिए कि हिंदुस्तान में कितने ओबीसी, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्ग के लोग हैं। इसलिए जाति जनगणना बेहद जरूरी है। उन्होंने निजीकरण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आज कल संस्थाओं का निजीकरण हो रहा है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का हो रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि सामाजिक न्याय और आर्थिक न्याय के बिना देश प्रगति नहीं कर सकता है। देश की प्रगति और विकास सामाजिक न्याय के बिना, आर्थिक न्याय के बिना नहीं किया जा सकता है। ये बात हम बिहार की जनता को बताने आए हैं और आपके दिल में इसके बारे में जो विचार हैं, जो सोच है, उसको भी हम यहाँ समझने आए हैं। उन्होंने कहा कि जब भी देश में सामाजिक न्याय की बात हुई है, बिहार ने नेतृत्व किया है। जब सामाजिक न्याय की बात होती है, तो पूरा देश बिहार की ओर देखता है। इसलिए आर्थिक और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना बिहार के हर नागरिक की जिम्मेदारी है। देश की प्रगति के लिए आर्थिक और सामाजिक न्याय को बिहार की जनता से बेहतर कोई नहीं समझता है।