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पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भाजपा जमशेदपुर ने संगोष्ठी का किया आयोजन

By Muskan Thakur

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पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भाजपा जमशेदपुर ने संगोष्ठी का किया

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सोशल संवाद /जमशेदपुर: भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 109वीं जयंती के उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर की ओर से संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गुरुवार को साकची स्थित काली माटी बैंक्वेट हॉल में जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी मुख्यवक्ता के रूप में शामिल हुए। इस दौरान जमशेदपुर के सांसद विद्युत बरण महतो, जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू, प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले, पूर्व सांसद आभा महतो, पोटका की पूर्व प्रत्याशी मीरा मुंडा, कार्यक्रम संयोजक संजीव सिंह व अन्य नेतागण मौजूद रहे। संगोष्ठी में वक्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। इससे पहले, उपस्थितजनों ने प. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र के सम्मुख द्वीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर नमन किया।

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संगोष्ठी में मुख्यवक्ता के रूप में अपने विचारों को रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भारतीय राजनीतिक इतिहास में अनेकानेक नेता हुए हैं, जिन्होंने राष्ट्र को अलग-अलग दौर में नई दिशा देने का कार्य किया। लेकिन उनमें से विरले ही ऐसे हुए हैं, जिन्होंने राजनीति को विशेषाधिकार न मानकर, सेवा,समर्पण व संकल्प का माध्यम माना। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऐसे ही एक महामानव थे, जिन्होंने राजनीति को समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान से जोड़ा। उन्होंने यह सिद्धांत प्रतिपादित किया कि यदि राष्ट्र निर्माण की कसौटी तय करनी हो, तो वह यही होनी चाहिए कि विकास की राह समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचे। ‘अंत्योदय’ उनके लिए केवल एक राजनीतिक नारा नहीं था बल्कि यह उनके जीवन का मंत्र था। उनका कथन था, हमारी राजनीति का लक्ष्य सत्ता प्राप्ति नहीं, बल्कि यह सेवा के माध्यम से समाज के उत्थान होना चाहिए।

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया। वे अंत्योदय के प्रबल समर्थक थे और मानते थे कि देश के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को भी मुख्यधारा से जोड़कर गरीबी रेखा से ऊपर उठाना ही सच्ची सेवा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की तमाम नीतियों व योजनाओं के केंद्र में गरीब, वंचित, किसान, महिला और समाज के अंतिम व्यक्ति छोर पर खड़े व्यक्ति को विकास के केंद्र में रखा है। उन्होंने अंत्योदय की भावना को घर के चुल्हे चौके तक ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के जरिए पहुंचाया। जिन माताओं, बहनों ने पीढ़ियों तक धुएं से भरे चूल्हों पर खाना पकाया उन्हें एलपीजी गैस कनेक्शन देकर स्वास्थ्य की सुरक्षा दी गयी। पिछले ग्यारह वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के प्रत्येक योजना के केंद्रबिंदु में अंत्योदय का संकल्प रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत, उज्जवला योजना, जनधन योजना, सौभाग्य योजना, घर घर शौचालय, हर घर जल जैसे कई अन्य योजनाओं में समाज के गरीब, शोषित, दलित एवं वंचित जनता तक विकास योजनाओं की पहुंच रही है जिसने अंत्योदय के सपने को साकार किया है।

संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए सांसद बिद्युत बरण महतो ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय का अंत्योदय दर्शन बड़े पैमाने पर उस समय सामने आया जब दुनिया कोरोना महामारी, वैक्सीन, खाद्य संकट व नौकरियों की आभाव से जूझ रहे थे तब देश में मार्च 2020 से 80 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने की पहल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की जनवरी 2029 तक विस्तार से यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी गरीब के घर का चूल्हा ठंड न पड़े, कोई परिवार भूखा न सोए। अपने तीसरे कार्यकाल में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी अंत्योदय की भावना को आगे बढ़ा रहे हैं।

जमशेदपुर पुर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने देश को सुचिता की राजनीति का दर्शन दिया। उन्होंने कभी भी विचारधारा से कोई समझौता नही किया। वे कार्यकर्ताओं के प्रति जितने सरल और व्यवहारिक रहे, उतने ही कठोर अनुशासन प्रिय व्यक्तित्व रहे। उनका संघर्षपूर्ण जीवन हम कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत है। कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय और एकात्म मानववाद के दर्शन को देश ही नहीं विश्व ने भी स्वीकार किया है। हम सब भाजपा कार्यकर्ता उनके एकात्म मानववाद और अंत्योदय के सपने को पूर्ण करने को संकल्पित हैं। उनके आदर्शों और सिद्धांतों पर चलकर ही देश प्रगति कर सकता है।

वहीं, पूर्व सांसद आभा महतो ने कहा कि पार्टी के पितृपुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय विचार और राष्ट्रवादी संस्कृति को स्थापित करने के लिए कार्य किया। आज भाजपा का जो विराट स्वरूप दिखाई देता है, वह हमारे इन्हीं पूर्वजों के अथक परिश्रम का परिणाम है। हमें इनके विचार को जन-जन तक पहुंचाना है।

पोटका की पूर्व प्रत्याशी मीरा मुंडा ने कहा कि अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र को समर्पित करने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद एवं अंत्योदय के विचारक थे। समाज के कमजोर तबके के उत्थान के लिए वे हमेशा संघर्षरत रहे। उन्हीं के आदर्शों पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों के कल्याण के लिए हितग्राही मूलक योजनाएं चला रही हैं।

इस दौरान संगोष्ठी में स्वागत संबोधन जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा, मंच संचालन जिला उपाध्यक्ष राजीव सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन जिला मंत्री जितेंद्र राय ने किया।

इस अवसर पर झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले, पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर मिश्रा, अभय सिंह, राजकुमार श्रीवास्तव, गुंजन यादव, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता राजेश शुक्ल, नीरज सिंह, डॉ राजीव, राजन सिंह, कुलवंत सिंह बंटी, कल्याणी शरण, अनिल सिंह, जटाशंकर पांडेय, जिप सदस्य कुसुम पूर्ति, रमेश हांसदा, रीता मिश्रा, जिला पदाधिकारी में संजीव सिन्हा, बबुआ सिंह, प्रदीप बेसरा, रेणु शर्मा, अनिल मोदी, संजीव सिंह, पप्पू सिंह, जितेंद्र राय, मिली दास, शांति देवी, कृष्णा शर्मा काली, प्रेम झा, ज्ञान प्रकाश, बिनोद सिंह, मोर्चा अध्यक्ष में नीतीश कुशवाहा, नीलू मछुआ, मंजीत सिंह, रमेश बास्के, धर्मेंद्र प्रसाद, उज्ज्वल सिंह, किशोर ओझा, संजीत चौरसिया, अमित सिंह, अमिताभ सेनापति, सोनू ठाकुर, मंडल अध्यक्ष में पप्पू उपाध्याय, प्रशांत पोद्दार, बिनोद राय, संजय तिवारी, पवन सिंह, आनंद कुमार, अमित मिश्रा, सूरज सिंह, पप्पू उपाध्याय, युवराज सिंह, प्रधान महतो, शांतनु मुखर्जी, चिंटू सिंह, शैलेश गुप्ता, हरिसकिशोर तिवारी, आलोक वाजपेयी, सुमित शर्मा, राकेश दुबे, मनोज सिंह समेत सैकड़ो अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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