सोशल संवाद/डेस्क : आनंद मार्ग ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मारे गए लोगों के अमर आत्मा की शांति के लिए ब्लड बैंक की जरूरत को देखते हुए A+एवं AB+ ग्रुप का 2 घंटे का ब्लड डोनेशन कैंप मे 10 यूनिट रक्तदान एवं निशुल्क पेड़ पौधा वितरण किया आज आनंद मार्ग प्रचारक संघ के विश्वस्तरीय महासचिव आचार्य अभिरामानंद अवधूत एवं जनसंपर्क सचिव आचार्य कल्याण मित्रआनंद अवधूत जमशेदपुर यूनिट के निरीक्षण में पहुंचे हुऐ थे इन लोगों ने कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया एवं ट्रेन दुर्घटना में मारे गए मृत आत्माओं की आत्मा की शांति की कामना भी की
सोनारी कबीर मंदिर के पास एवं गदरा आनंद मार्ग जागृति में शहर के विभिन्न संगठनों एवं देहात क्षेत्र के ग्रामीणों के बीच पृथ्वी की गर्मी को कम करने के लिए पृथ्वी बचाओ सप्ताह मना कर 7 दिनों में 1000 एवं 5000 बीज बॉल का निशुल्क वितरण किया गया जाएगा साथ ही साथ सभी लोगों के बीच बीज बॉल बनाने की विधि बताई जाएगी घर के एक भी बीज को बर्बाद ना होने दें मिट्टी से बॉल बना कर प्रकृति की गोद में दे एक न एक दिन आपका प्रयास पेड़ का रूप लेगा एवं पर्यावरण संरक्षण का शपथ भी दिलाया गया.
आनंद मार्ग का कहना है कि जब तक हम पेड़ पौधों एवं जीव ,जंतु को अपने परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया करेंगे तब तक प्रकृति का कल्याण संभव नहीं है ,इसलिए नव्य -मानवतावादी विचारधारा से समाज का कल्याण संभव है ,नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं ,हम इस पृथ्वी के बुद्धिमान जीव होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि सभी को परिवार सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाए , मनुष्य का परम आदर्श नव्य- मानवतावाद होना चाहिए तभी पृथ्वी का कल्याण संभव है.
आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)जमशेदपुर की ओर से”एक पेड़ कई जिंदगी” अभियान के तहत विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सात दिवसीय निशुल्क पौध वितरण का की शुरुआत आज सोनारी एवं गदड़ा में सोलापुर ट्रेन दुर्घटना में मारे गए लोगों की मृत आत्मा की शांति के लिए बांटे गए पौधे.
आनंद मार्ग का कहना है कि अगर पृथ्वी को बचाना है तो पेड़ लगाना ही होगा जब तक हम पेड़ पौधों एवं जीव ,जंतु को अपने परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया करेंगे तब तक प्रकृति का कल्याण संभव नहीं है,इसलिए नव्य -मानवतावादी विचारधारा से समाज का कल्याण संभव है,नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं ,हम इस पृथ्वी के बुद्धिमान जीव होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि सभी को परिवार सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाए, मनुष्य का परम आदर्श नव्य- मानवतावाद होना चाहिए तभी पृथ्वी का कल्याण संभव है.