सोशल संवाद / नई दिल्ली : कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और एनएसयूआई के प्रभारी कन्हैया कुमार ने बिहार के पटना में बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) शिक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा किए गए बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए इस घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच और बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के पूर्ण ऑडिट की मांग की है।
नई दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए कन्हैया कुमार ने बर्बर लाठीचार्ज को डबल इंजन की सरकार के अहंकार का परिणाम बताया और प्रदेश में नौकरियों की कमी एवं बेरोजगारी की उच्च दर पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार में फर्जी डबल इंजन वाली सरकार और लाठीमार सरकार है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी ने कहा कि बिहार के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार छात्रों को पुलिस की बर्बरता का शिकार होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है, क्योंकि बिहार की डबल इंजन वाली सरकार अपने अहंकार में चूर है और छात्रों की आवाज को दबाना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार में नौकरियों का अंबार होना चाहिए था, लेकिन इसके विपरीत छात्रों पर लाठियों की बौछार की जा रही है। उन्होंने प्रदेश में बेरोजगारी की उच्च दर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार में बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तो स्थिति और भी चिंताजनक है।
कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार के छात्र अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए अमानवीय परिस्थितियों में संघर्ष करते हैं, लेकिन जब नौकरी पाने का समय आता है, तो उनके साथ अन्याय किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में छात्रों की मांगों को सुना तक नहीं जाता और बीपीएससी द्वारा उनके साथ लगातार अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिहार में लगभग चार लाख पद खाली हैं, जिनमें से अकेले शिक्षा के क्षेत्र में ही दो लाख पद रिक्त हैं। उन्होंने बिहार में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली पर भी सवाल उठाया और कहा कि अभी भी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने में पांच साल लग जाते हैं।
कन्हैया कुमार ने बीपीएससी पर छात्रों की मांगों को अनसुना करने का आरोप लगाया। उन्होंने हाल ही में हुई टीआरई-तीन परीक्षा के परिणामों में गड़बड़ी का जिक्र करते हुए कहा कि एक ही व्यक्ति का चयन कई स्थानों पर हो गया, लेकिन छात्रों द्वारा सवाल उठाए जाने पर भी सरकार सुनने को तैयार नहीं है। छात्रों की मांग है कि एक व्यक्ति के कई जगह चयन के बजाय मेरिट में आए अन्य अभ्यर्थियों को बहाली का मौका दिया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी छात्रों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और उनके हक के लिए हर संभव लड़ाई लड़ेगी।