सोशल संवाद/डेस्क : सोशल मीडिया पर ब्लू वेरिफिकेशन टिक होना अब तक किसी यूजर के पब्लिक फिगर और सेलिब्रिटी होने की गारंटी माना जाता था और हर किसी को ब्लू टिक नहीं मिलता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter ने अपने सब्सक्रिप्शन प्रोग्राम के साथ पैसों के बदले ब्लू टिक देने की शुरुआत की और अब मेटा भी उसके कदमों पर चल पड़ी है।
मेटा की ओनरशिप वाले प्लेटफॉर्म्स Facebook और Instagram पर अब पैसों के बदले ब्लू टिक खरीदा जा सकता है और इसके लिए नया Meta Verified प्रोग्राम लॉन्च किया गया है।
साफ है कि अब बिना किसी शर्त के पैसे देकर सब्सक्रिप्शन लेने वाले यूजर्स के अकाउंट पर ब्लू टिक दिखने लगेगा। पहले केवल उन्हीं अकाउंट्स को वेरिफिकेशन टिक दिया जाता था, जो फेसबुक की नजर में पब्लिक फिगर होते थे जिससे उनके नकली और असली अकाउंट्स में फर्क किया जा सके।
कंपनी ने हमेशा से कहा है कि ब्लू टिक का मतलब किसी अकाउंट का खास होना नहीं है बल्कि यह केवल उसके असली होने की पुष्टि करता है। हालांकि, यूजर्स के लिए ब्लू टिक के हमेशा से ही अलग मायने रहे हैं और अब कोई भी इसे खरीद पाएगा।
नए मेटा वेरिफाइड प्रोग्राम के साथ यूजर्स और क्रिएटर्स को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ब्लू टिक खरीदने और उनकी पहचान बनाने का मौका दिया जा रहा है और यह एक सब्सक्रिप्शन आधारित सेवा है।
यानी कि यूजर्स को हर महीने ब्लू टिक के लिए भुगतान करना होगा सब्सक्रिप्शन लेने की प्रक्रिया बेहद आसान रखी गई है और इसके लिए पेमेंट करने वालों को ब्लू टिक के अलावा कुछ अतिरिक्त फायदे भी दिए जाएंगे। दावा है कि उन्हें एक्सक्लूसिव फीचर्स के साथ डायरेक्ट अकाउंट सपोर्ट और प्रो-एक्टिव अकाउंट प्रोटेक्शन मिलेगा।