सोशल संवाद/डेस्क/CBI RCOM SBI Bank Fraud: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को कथित बड़े पैमाने पर बैंक धोखाधड़ी मामले में छापेमारी की, यह कार्रवाई रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) और इसके पूर्व प्रमोटर अनिल अंबानी से जुड़े ठिकानों पर की गई है । अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हुई है।
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CBI RCOM SBI Bank Fraud: ED की पूछताछ और CBI की कार्रवाई
यह छापेमारी उस जांच के बाद हुई है, जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 5 अगस्त को अनिल अंबानी से मनी लॉन्ड्रिंग केस में करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। यह मामला कई बैंक ऋण घोटालों से जुड़ा है, जिनमें 17,000 करोड़ रुपये से अधिक की रकम शामिल है। CBI ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के खिलाफ कथित बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर परिसरों पर छापा मारी की है । आरोप है कि इस धोखाधड़ी से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने हाल ही में लोकसभा में बताया था कि 13 जून को कुछ संस्थाओं को धोखाधड़ी करने वाली कंपनियों की सूची में शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि यह कदम RBI के नियमों और बैंक बोर्ड की स्वीकृत नीति के तहत उठाया गया है। इन नियमों के मुताबिक, धोखाधड़ी की पहचान, रिपोर्टिंग और प्रबंधन किया जाता है। लोकसभा में पंकज चौधरी ने यह भी कहा था कि, “24 जून, 2025 को बैंक ने आरबीआई को धोखाधड़ी की सूचना दी और सीबीआई में भी शिकायत दर्ज कराई।
CBI की FIR और छापेमारी से RCom–SBI फ्रॉड केस निर्णायक चरण में प्रवेश करता दिख रहा है। ED की समानांतर जांच और संसद में दर्ज रिकॉर्ड—दोनों संकेत देते हैं कि नियामकीय और कानूनी कार्रवाई तेज होगी।








