सोशल संवाद/डेस्क: CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण गाइडलाइन जारी की है। बोर्ड ने सभी संबद्ध स्कूलों को छात्रों की जानकारी List of Candidates (LOC) में सही-सही दर्ज करने की विशेष चेतावनी दी है। बोर्ड के अनुसार, डेटा एंट्री में सबसे छोटी गलती भी छात्रों के प्रवेश पत्र, परीक्षा योग्यता और परिणाम को प्रभावित कर सकती है।

यह भी पढ़ें: IBPS RRB 2025 में निकली बम्पर भर्ती, आवेदन की आखिरी तारीख 21 सितंबर, ऐसे करें अप्लाई
CBSE में नाम, जन्मतिथि और विषय चयन में पूरी सटीकता जरूरी
CBSE ने स्पष्ट किया है कि छात्रों और अभिभावकों के नाम की स्पेलिंग स्कूल के एडमिशन और विदड्रॉल रजिस्टर से बिल्कुल मेल खानी चाहिए। इसके साथ ही जन्मतिथि (Date of Birth) और विषय चयन (Subject Combination) भी बोर्ड की निर्धारित स्टडी स्कीम और कोड के अनुसार दर्ज होना अनिवार्य है। विशेष रूप से हिंदी, उर्दू, गणित (स्टैंडर्ड/बेसिक) और वैकल्पिक विषयों में अक्सर गलतियां पाई जाती हैं, इसलिए स्कूलों को इन पर अतिरिक्त ध्यान देने की सलाह दी गई है।
LOC सबमिट करने के बाद सुधार की सुविधा
यदि किसी छात्र का परीक्षा शुल्क जमा हो चुका है, तो LOC सबमिट करने के बाद भी स्कूलों को सुधार करने का मौका मिलेगा, बशर्ते इससे अतिरिक्त शुल्क जुड़ा हो तो वह छात्र के जिम्मे होगा। फाइनल सबमिशन के बाद, प्रत्येक छात्र का डेटा वेरिफिकेशन स्लिप तैयार होगी, जिससे स्कूल एक बार फिर जानकारी की जांच कर सकेंगे।
इसके अलावा, CBSE ने 13 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक डेटा वेरिफिकेशन ड्राइव की घोषणा की है, जिसमें स्कूलों को एडमिशन और विदड्रॉल रजिस्टर जैसे आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि अंतिम सुधार विंडो बंद होने के बाद किसी भी तरह का बदलाव स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसलिए सभी स्कूलों को LOC सबमिट करते समय पूरी जिम्मेदारी और सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
इस कदम से CBSE यह सुनिश्चित करना चाहता है कि छात्रों की जानकारी पूरी तरह सटीक और त्रुटि-मुक्त हो, ताकि बोर्ड परीक्षाओं की प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी बनी रहे।








