सोशल संवाद डेस्क: अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इसके साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने गंगोत्री धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की। धामी, यमुना की डोली रवाना होने के मौके पर खरसाली भी पहुंचे। इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टरों से पुष्पवर्षा की गई। दोनों धामों में चारों तरफ बर्फ की चादर देख देश और विदेश से पहुंचे श्रद्धालु रोमांचित नजर आए।
पहले खुले गंगोत्री के कपाट
शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे गंगा की डोली भैरव घाटी से गंगोत्री धाम पहुंची। दोपहर 12:35 बजे स्थानीय रीति-रिवाज और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। उधर, यमुना की डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली से 9:00 बजे यमुनोत्री रवाना हुई। 12:41 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।
भगवान बदरीविशाल के अभिषेक में प्रयोग किए जाने वाले तेल की कलश यात्रा गाड़ू घड़ा सोमवार 24 अप्रैल को डिम्मर से बदरीनाथ के लिए रवाना होगी। यात्रा मंगलवार को पांडुकेश्वर और बुधवार को बदरीनाथ धाम पहुंचेगी। गुरुवार 27 अप्रैल को बदरी विशाल के कपाट खुल जायेंगे ।