सोशल संवाद / डेस्क : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आल इन्डिया फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन (न्यु) के झारखन्ड ईकाई का कन्वेशन 22 सितम्बर को बरिष्ट नागरिक भवन प्रेमनगर लड़मीनगर में आयोजित किया गया, जिसमे वक्ताओ ने आर्थिक उदारीकरण के दौर मे पूरे समाज तथा खासकर मजदूर वर्ग के उपर बढ़ते हमले तथा उसके दुष्प्रभावपर विस्तार से प्रकाश डाला. वक्ताओ ने कहा कि इसका दुष्प्रभाव यह हो रहा है कि आर्थिक विषमता बढ़ते जा रहा है। काम का बोझ बढ़ा दिया गया है। स्थायी नियुक्तियां रोक दी गयी है. स्थायी प्रवृत्ति के काम भी कम वेतन-मजदूरी तथा सुविधा देकर अनुबन्ध तथा ठेका मजदूरों से कराया जा रहा है. अति मुनाफा के लिये श्रम एवम् संसाधन के लूट के लिये यह किया जा रहा है। इसकी शुरूआत तो 1991 में हो गयी थी जब कांग्रेस की सरकार ने नयी आर्थिक उदारीकरण की नीति अपनायी थी. लेकिन भाजपा के दस वर्षों के शासन में यह परवान पर चढ़ गया.
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केन्द्र सरकार श्रम कानून में मालिक पक्षीय परिवर्तन कर मजदूरों को गुलाम की स्थिति में परिवर्तित कर दिया. मजदूरों को समाज के अन्य शोषित वंचित समूह एवम् वर्ग के साथ मिलकर केन्द्र सरकार के गलत नीतियो के खिलाफ सन्धर्ष करने का आह्वान किया गया। संगठन तथा सन्घर्ष को आगे बढाने के लिये झारखंड स्तर की आल इन्डिया फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन की कमिटी गठित की गयी जिसमे रांची के झारखण्ड राज्य कर्मचारी महासंघ के महासचिव साहेब राम भोकता, झारखंड राज्य कर्मचारी महासंघ के सम्मानित अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार, जमशेदपुर से सिया शरण शर्मा, सुजय राय, काशी नाथ प्रजापति, मनोहर मन्डल, प्रोभिनेन्ट फन्ड भारत सरकार, श्रम मन्त्रालय के सीनियर असिस्टेन्ट सतीश कुमार, एवं बैंक कर्मचारी नेता से को शामिल किया गया. राज्य स्तर की कमिटी में शामिल किये गये कमिटी में मनोतोष चक्रवर्ती, स्वपन दास,बासंती भोक्ता एवं राम मुंडा जी को भी शामिल किया गया है।
जल्द झारखंड के अन्य जिलों के प्रतिनिधियों को इसमे शामिल किया जायेगा. कन्वेशन की अध्यक्षता सिया शरण शर्मा, सुजय राय, शैलेन्द्र कुमार, तथा साहेब राम भोक्ता ने किया. काशी नाथ प्रजापति ने स्वागत भाषण से कन्वेशन की शुरूआत की. सीपीएम के दिवगन्त महासचिव सीताराम येच्युरी को मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। उजागिर यादव ने संगठन का कार्यक्रम तथा संविधान को पेश किया. उड़ीसा के जनकलाकार कामरेड बासु तथा जमशेदपुर के अशोक शुभदर्शी, काशी नाथ प्रजापति, श्याम किशोर ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया.
कन्वेशन में विचार रखनेवाले प्रमुख व्यक्ति थे-सिया शरण शर्मा, सुजय राय, सतीश कुमार, श्याम किशोर, काशी नाथ प्रजापति, शैलेन्द्र कुमार, साहेब राम भोकता, बैन्क कर्मचारी, हिरा अरकाने डी एन सिह, मोइत्रा. अन्त में एफसीआई के मजदूर नेता मनोहर मन्डल ने धन्यवाद देकर कन्वेशन के समाप्ति की घोषणा की तथा शाम में फुटबॉल मैदान प्रेमनगर के आम सभा में शामिल होने का अपील किया.