सोशल संवाद/डेस्क: दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट में चल रहे चर्चित IRCTC होटल करप्शन केस में एक नया मोड़ आया है। अदालत ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा दायर की गई ट्रांसफर एप्लीकेशन पर संज्ञान लेते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को नोटिस जारी किया है। इस अर्जी में राबड़ी देवी ने केस की सुनवाई कर रहे मौजूदा जज को बदलने की मांग की है।

यह भी पढ़ें: जमशेदपुर पूर्वी को बड़ी सौगात: भुइयांडीह भिलाई पहाड़ी फोर लेन सड़क व पुल का काम 10 दिन में शुरू
क्या है मामला?
यह केस उस समय से जुड़ा है जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। आरोप है कि रेलवे के स्वामित्व वाले दो होटलों के प्रबंधन और संचालन का ठेका एक निजी कंपनी को देने में अनियमितताएँ हुईं। इसके बदले कथित रूप से जमीन और अन्य लाभ लेने का आरोप है। इस केस में राबड़ी देवी के साथ उनके पति लालू प्रसाद यादव, बेटे तेजस्वी यादव और कई अन्य आरोपी शामिल हैं।
ट्रायल कहाँ तक पहुंचा?
यह मामला इस समय ट्रायल के सबसे महत्वपूर्ण चरण प्रॉसिक्यूशन एविडेंस स्टेज में है। इस चरण में अदालत CBI द्वारा पेश किए जा रहे दस्तावेज़ी और मौखिक साक्ष्यों की क्रमबद्ध जांच कर रही है। इस स्टेज पर ट्रांसफर एप्लीकेशन दायर होने से केस की सुनवाई की दिशा और गति, दोनों प्रभावित हो सकती हैं।
क्या कहा कोर्ट ने?
अदालत ने राबड़ी देवी की याचिका पर CBI से जवाब दाखिल करने को कहा है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 6 दिसंबर को होगी। उसी दिन यह तय हो सकता है कि केस मौजूदा जज के पास रहेगा या फिर इसे किसी नए जज को सौंपा जाएगा।
ED केस पर भी ट्रांसफर की तैयारी
डिफेंस टीम के वरिष्ठ वकीलों ने संकेत दिया है कि वे इस मामले से जुड़े Enforcement Directorate (ED) केस में भी जज बदलने की मांग को लेकर अलग याचिका दायर करेंगे। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में इस केस को लेकर अदालत में और भी कानूनी मोड़ देखने को मिल सकते हैं।
राजनीतिक हलचल तेज
इस घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति में नया ताप भर दिया है। विपक्ष इसे राजनीतिक दबाव का मामला बता रहा है, जबकि सत्ता पक्ष इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बताकर आगे बढ़ा रहा है।








