सोशल संवाद / नई दिल्ली : दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित “दिल्ली गेम्स 2025” के भव्य उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। यह आयोजन दिल्ली के युवाओं को प्रोत्साहित करने और खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो राजधानी में खेल संस्कृति को मजबूत करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। इस अवसर पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री आशीष सूद , सांसद योगेंद्र चंदोलिया , दिल्ली ओलंपिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप वत्स और उपाध्यक्ष संजीव शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का स्पष्ट विज़न है कि खेलों को समाज के केंद्र में रखते हुए एक स्वस्थ, सक्रिय और सशक्त भारत का निर्माण किया जाए। प्रधानमंत्री जी की इस सोच से प्रेरित होकर दिल्ली सरकार भी राजधानी में खेलों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने युवाओं, कोचों और आयोजकों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल केवल शारीरिक फिटनेस तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह अनुशासन, एकता और टीम भावना जैसे जीवन मूल्यों का भी निर्माण करते हैं। ‘दिल्ली गेम्स 2025’ दिल्ली को एक विकसित और प्रगतिशील राजधानी बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। दिल्ली गेम्स 2025 न केवल युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक मंच प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का भी अवसर देगा। यह आयोजन खेल प्रतिभाओं को निखारने के साथ-साथ दिल्ली की छवि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक सुदृढ़ करेगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सभी खिलाड़ी, प्रशिक्षक और आयोजन से जुड़े अधिकारी दिल्ली सरकार की प्रतिबद्धता और गौरव के प्रतीक हैं। सरकार ऐसे आयोजनों को निरंतर प्रोत्साहित करती रही है और आगे भी करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की पहचान शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक उत्कृष्टता से बने। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूर्ववर्ती सरकारों ने न तो शिक्षा को गंभीरता से लिया और न ही खेलों को बढ़ाने के लिए कोई ठोस पहल की। साथ ही खिलाड़ियों को बुनियादी चीज़ों तक के लिए भी संघर्ष करना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाती हूं कि अब दिल्ली में ऐसी सरकार है जो आपके भविष्य को गंभीरता से ले रही है। हमारे खिलाड़ी केवल राज्य का नहीं, पूरे देश का गौरव हैं, और उन्हें वह हर सुविधा मिलनी चाहिए जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए जरूरी हो। हमारी सरकार खिलाड़ियों को न केवल बुनियादी चीज़े देगी बल्कि उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले स्टेडियम, अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र, खेल मैदान, टेक्नोलॉजी से लैस उपकरण और योग्य कोचिंग जैसी सुविधाएं भी मुहैया कराएगी। साथ ही, राज्य और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक वित्तीय सहयोग भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि पिछली सरकार की तुलना में इस बार दिल्ली सरकार ने खेलों के बजट को दोगुना किया है और खिलाड़ियों को पुरस्कार देने के लिए निर्धारित फंड को चार गुना तक बढ़ा दिया गया है। हमारा उद्देश्य है कि दिल्ली का कोई भी खिलाड़ी किसी संसाधन की कमी के कारण पीछे न रह जाए। उसे वह हर सुविधा मिले जो देश की राजधानी के एक प्रतिभाशाली युवा को मिलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक था कि अनेक बार दिल्ली के खिलाड़ी यहां अभ्यास करने के बावजूद सिर्फ बेहतर सुविधाओं और प्रोत्साहन की तलाश में स्वयं को अन्य राज्यों में पंजीकृत कराते थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब ऐसी स्थिति नहीं आने दी जाएगी। अब किसी भी खिलाडी को दिल्ली छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। हमारा उद्देश्य है कि सभी खिलाडी यहीं पंजीकृत हों, यहीं सभी आवश्यक सुविधाएं मिलें, सम्मान मिले और पुरस्कार दिया जाए। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार की प्राथमिकता केवल खिलाड़ियों को मंच देना नहीं है, बल्कि खेलों को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना है, ताकि हर बच्चा और हर युवा खेल को न केवल एक करियर, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली के एक अभिन्न हिस्से के रूप में अपनाए।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली सरकार की खेल और युवा विकास नीतियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूती प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। राजधानी में आधुनिक स्टेडियम, ऑडिटोरियम, प्रशिक्षण केंद्र और खेल उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। सरकार पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के माध्यम से सरकारी विद्यालयों में कोचिंग एवं प्रशिक्षण सुविधाओं का विस्तार कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि अब खेलों को एक सम्मानजनक करियर विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी खिलाड़ी सिर्फ संसाधनों की कमी के कारण पीछे न रह जाए। खेलों में योगदान देने वाले युवाओं को समुचित प्रोत्साहन, सम्मान और अवसर मिले—यही आज का परिवर्तित परिदृश्य है, जिसकी दिशा में सरकार कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दिल्ली के युवाओं से भी आग्रह किया कि वे खेलों में भाग लें और अपनी प्रतिभा को निखारें। उन्होंने कहा कि खेल आपको न केवल फिट रखते हैं, बल्कि वे आपको जीवन के उतार-चढ़ाव का सामना करने की शक्ति भी प्रदान करते हैं। दिल्ली गेम्स 2025 एक ऐसा मंच है जहाँ आप अपनी क्षमताओं को साबित कर सकते हैं और भविष्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।अंत में, मुख्यमंत्री ने ‘दिल्ली गेम्स’ के सफल आयोजन हेतु पूरी आयोजन टीम को शुभकामनाएं दीं और कहा कि लगभग 12,000 खिलाड़ियों और 40 खेल प्रतिस्पर्धाओं से युक्त यह आयोजन दिल्ली को खेलों के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।