सोशल संवाद/डेस्क : सिखों के पांचवे गुरु अर्जन देव जी की शहादत को याद कर सोमवार को सोनारी गुरुद्वारा के तत्वावधान में सोनारी एयरपोर्ट चौक पर चना एवम ठंडे शरबत का वितरण किया गया।सिख समाज के महिला पुरुषों के अलावा सोनारी थाना प्रभारी कुमार सरजू आनंद, सोनारी थाना शांति समिति के सचिव सह अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू , सोनारी शांति समिति के सदस्य प्रदीप लाल,सोनारी शांति समिति के सदस्य राहुल भट्टाचार्जी ने भी सेवा दी और आयोजनकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किये।
16 जून रविवार को सोनारी राम मंदिर के समीप चना शरबत प्रसाद वितरण शिविर लगाने का भी निर्णय लिया गया।
सिख समाज के सरदार सुखविंदर सिंह ने कहा कि साहस, त्याग और बलिदान के प्रतिरुप सिख समाज के गुरुओ और उनके सिखों ने बलिदान देकर भारतवर्ष का गौरव बचाते रहे। पूरा भारत जनता है कि गुरु गोबिंद सिंह ने अपने चार सपूतों को मातृभूमि के लिए निछावर कर दिया था। उनके पितामह और पांचवे गुरु गुरु अर्जुनदेव जी ने भी मुगल शासको के अत्याचार के विरुद्ध अपने धर्म की लड़ाई में काफी प्रताड़ना और यातनाएं सहन करने के बावजूद भी अपने धर्म को नहीं छोड़ा और अपने धर्म के लिए अपने प्राण का बलिदान दिया। मुगल शासक जहांगीर ने गुरु अर्जुनदेव जी को भीषण गर्मी मे भूखे प्यासे खोलते पानी की कढ़ाई में डालकर धर्म परिवर्तन की चेष्टा की थी, पर नाकाम हुए थे। तभी से सिख समुदाय के लोग इस जेठ की चिलचिलाती गर्मी और धूप में राहगीरों को ठंडा मीठा पानी और चना शरबत वितरण करके अपने पांचवे गुरु अर्जुनदेव जी की शहादत दिवस को पालन करते हैं।आजके इस महान सेवा कार्यक्रम को मुख्य रूपसे सरबजीत सिंह बॉबी,सोनू भटिया,चरणजीत सिंह,सुखबिंदर सिंह,दलबीर,उपकार, सतनाम के मौजूदगी में संपन्न हुया।