सोशल संवाद / डेस्क : मसूड़े आमतौर पर गुलाबी होते हैं. लेकिन कभी-कभी उन पर काले या गहरे भूरे रंग के धब्बे मसूड़े पर इंफेक्शन होते हैं. कई चीज़ें इसका कारण हो सकती हैं.
जब शरीर में मेलानिन लेवल बढ़ने लगता है तो मसूड़े काले पड़ने लगते हैं. मेलानिन कि वजह से स्किन का रंग बदल जाता है. जिन लोगों का स्किन सांवला होता है तो उनके मसूड़े का रंग हल्का काला पड़ने लगते है. यह नैचुरल तरीका है.
अगर आप कोई दवा खा रहे हैं तो इसके साइडइफेक्ट्स भी मसूड़ा पर धीरे-धीरे दिखने लगता है और उसका रंग काला पड़ने लगता है. स्ट्रेस, डिप्रेशन की दवाओं का सेवन करने वाले लोगों में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है
जो व्यक्ति ज्यादा स्मोकिंग करता है उसके भी मसूड़े काले पड़ने लगते हैं. सिगरेट में मौजूद हानिकारक तत्व मसूड़े को धीरे-धीरे खराब करने लगती है धूम्रपान करने से मसूड़े पर इसके साइड इफेक्ट्स दिखने लगते है. उनमें फेफड़े का कैंसर, सांस संबंधित रोग, हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारियों का भी खतरा भी बढ़ जाता है.