सोशल संवाद/दिल्ली (रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : डीपीसीसी के चेयरमैन अश्विनी कुमार के निर्देष पर कनॉट प्लेस स्थित स्मॉग टॉवर को बंद किया जाना सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली सरकार के आदेशों का उल्लंघन है। ठंड के दौरान स्थानीय स्तर पर प्रदूषण से निपटने में मदद के लिए स्मॉग टावर को जल्द शुरू करने की जरूरत है। डीपीसीसी के चेयरमैन के पास ये ताकत नहीं है कि वो सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली कैबिनेट के फैसले को पलट दें। मैंने सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है, जिसमें बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पहले कोई इस पर कार्रवाई नहीं कर सकता है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि 13 जनवरी 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को पायलट प्रोजेक्ट के तहत कनॉट प्लेस में स्मॉग टावर लगाने का आदेश दिया था। इस सन्दर्भ में 09 अक्टूबर 2020 को कैबिनेट में निर्णय हुआ कि कनॉट पैलेस में 2 साल के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्मॉग टावर लगाया जाए। दिल्ली सरकार द्वारा डीपीसीसी को नोडल एजेंसी बनाया गया। आईआईटी मुंबई और आईआईटी दिल्ली को स्मॉग टावर के परफॉरमेंस, कार्य क्षमता, वैज्ञानिक सलाह और तकनीकी मार्ग दर्शन प्रदान करने के लिए इस प्रोजेक्ट के साथ जोड़ा गया था। साथ ही टाटा प्रोजेक्ट को निर्माण और एनबीसीसी को परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था। सर्वाेच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में स्मॉग टॉवर की स्थापना की गई और अगस्त 2021 में संचालन शुरू किया गया।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आईआईटी बॉम्बे ने 30 सितंबर 2023 को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी। इसमें पाया गया कि स्मॉग टॉवर का प्रभाव लगभग 500 मीटर एरिया तक था। आईआईटी बॉम्बे के रिपोर्ट पर आगे बढ़ने और उसके अनुसार एक नीति व कार्य योजना का मसौदा तैयार करने के बजाय 10 अक्टूबर 2023 को एक नोट डाला गया। इसमें कहा गया कि कुछ दूरी पर स्मॉग टॉवर का प्रभाव बहुत कम है और परियोजना को बंद कर दिया जाना चाहिए। परिणाम स्वरूप जिस प्रोजेक्ट पर दिल्ली सरकार ने 23.63 करोड़ रुपए खर्च किए, वो अब प्रदूषण के मौसम में बेकार पड़ा है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने चार प्रमुख कार्रवाई की मांग की है। पहला, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अवमानना करने, मंत्रिपरिषद के निर्णय को लागू न करने, मनमाने ढंग से ओएंडएम भुगतान रोकने के लिए डीपीसीसी के चेयरमैन अश्विनी कुमार के खिलाफ निलंबन और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। स्टडी का अध्ययन और उसे कैबिनेट के सामने बिना पेश किए स्मॉग टावर को ऐसे समय में बंद कर दिया गया, जब प्रदूषण के स्तर में वृद्धि की उम्मीद थी। दूसरा, स्मॉग टॉवर की प्रभावशिलता को समझे बिना अचानक डीपीसीसी प्रोजेक्ट इंचार्ज डॉ. अनवर अली खान का सस्पेंड और अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को दिल्ली में सर्दियों के मौसम में होने वाली वायु प्रदूषण की समस्या के समाधान को लेकर एनसीआर राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों के साथ संयुक्त बैठक करने के लिए पत्र लिखा है। गोपाल राय ने कहा है कि मैंने 3 नवंबर को रात 11.30 बजे आनंद विहार हॉटस्पॉट का दौरा किया और यह देखकर आश्चर्यचकित हूं कि बीएस 3 और बीएस 4 डीजल बसें अभी भी सड़कों पर चल रही हैं और पड़ोसी राज्यों से दिल्ली में प्रवेश कर रही हैं। दिल्ली के अन्य एंट्री पॉइंट्स से भी इसी तरह की खबरें मिल रही हैं।