सोशल संवाद / जमशेदपुर : कांग्रेसी नेता बबलू झा जिला उपाध्यक्ष ने रविवार को प्रेस बयान जारी भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि डा. अजय कुमार ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। भाजपाईयों को यह मालूम ही नहीं कि डा.अजय कुमार एक ऐसे पुलिस अधिकारी रहे है, जिन्हें सबसे कम उम्र में राष्ट्पति ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया, इतना ही नहीं 90 के दशक में अपराधियों में डा. अजय कुमार का दहशत था। जब पूरा जमशेदपुर अपराधियों के आतंक उफान पर था, दिन दहाड़े हत्याए हो रही थी. तब डा.अजय कुमार ने जमशेदपुर का कमान संभाला और अपने कार्यशेली से अपराधियों को शहर छोड़ने पर मजबूर कर दिया. एसपी रहते हुए डा.अजय कुमार ने जो लोगों के लिए काम किया था। इसलिए जमशेदपुर की जनता आज भी उनका सम्मान करती है।
बबलू झा ने कहा कि डा. अजय कुमार चाहते तो अपने सिद्धांत औऱ नीति से समझौता करके पुलिस अधिकारी के तौर पर अराम तलब जीवन व्यतित कर सकते थे लेकिन उन्होंने अपने सिद्धांत से समझौता नहीं किया, इसलिए राजनीतिक दबाव में काम करना गवारा नहीं समझा और पुलिस की नौकरी से किनारा कर लिया।
डा.अजय कुमार पर कीचड़ उछालने वाले भापजाईयों डा.अजय कुमार की बराबरी करने के लिए कई जन्म लेना पड़ेगा। झारखंड भाजपा में डा. अजय कुमार जैसा शिक्षित, ईमानदार नेता एक भी नहीं. सांसद के तौर पर डा. अजय कुमार ने नेताओं औऱ जनता को बताया की सांसद की गरिमा क्या होती है. सांसद को भी अपने जनता के लिए 24 घंटे कार्य करना चाहिए। सांसद के तौर डा.अजय ने जो प्रतिमान स्थापित किया उसकी नकल अन्य नेता कर रहे है। जनता डा. अजय को अच्छी तरह जानती और समझती है इसलिए अगर बीजेपी वाले कीचड़ उछालेंगे तो जनता भी तैयार बैठी है भाजपाईयों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए।
रघुवर दास का परिवार ने हमेशा महिलाओं का अपमान किया
बबलू झा ने कहा कि बीजेपी महिला कार्यकर्ताओं को आगे करके डा.अजय कुमार पर कीचड़ उछालने का प्रयास कर रही है। रघुवर दास के साहेबजादे की काले कारनामे की बात क्यों नहीं बीजेपी की महिला कार्यकर्ता करती है। साहबजादे ने क्या क्या गुल खिलाया है यह किसी से छुपा है क्या ? क्या वो महिलाओं का अपमान नहीं था. सवाल जायज है कि पूर्णिमा दास जब अपने पति एवं अपने परिवार पर अंकुश नहीं लगा सकती तो वो जमशेदपुर की जनता को क्या सुऱक्षा प्रदान करेगी ।जनता निर्णय करेगी।