सोशल संवाद / जमशेदपुर: माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जमशेदपुर आगमन के अवसर पर तेलुगु समाज की 6 प्रमुख संस्थाओं ने मिलकर उनके भव्य स्वागत की योजना बनाई थी। बिष्टुपुर स्थित आंध्रा भक्त श्री राम मंदिर के सामने आयोजित इस कार्यक्रम के लिए 40 फीट बाई 16 फीट और 20 फीट बाई 16 फीट के दो विशाल मंच तैयार किए गए थे। इन संस्थाओं में आंध्रा भक्त श्री राम मंदिरम बिष्टुपुर, एडीएल सोसाइटी कदमा, आंध्रा एसोसिएशन कदमा, बाल गणपति विलास, श्रीवारी सेवा समिति, और जमशेदपुर तेलुगु ब्राह्मण संगम सहित अन्य संगठनों ने संयुक्त रूप से इस आयोजन की तैयारियों में भाग लिया।
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कार्यक्रम की प्रमुख आकर्षण 100 तेलुगु महिलाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया पारंपरिक कोलाटम (डांडिया नृत्य) था, जो तेलुगु के धार्मिक एवं लोकगीतों के धुन पर प्रस्तुत कर रहे थे, दक्षिण भारतीय वाद्ययंत्र सन्नाई की धुनों से पूरा मेन रोड सुरीले आवाज से गूंज रहा था। पूरा इलाका तेलुगु संस्कृति के उत्सव और रंग में उत्साह के बीच डूबा हुआ था। पारंपरिक दक्षिण भारतीय परिधानों में सजे तेलुगु समाज के पुरुष और महिलाएं पुष्प वर्षा कर प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए तैयार थे। मंच पर पुष्प वर्षा के बीच प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया जाना था।
इस भव्य आयोजन की योजना को मूर्त रूप देने के लिए आंध्रा भक्त श्री राम मंदिरम के अध्यक्ष बी.डी. गोपाल कृष्ण, डिप्टी प्रेसिडेंट जम्मी भास्कर, महासचिव दुर्गा प्रसाद शर्मा, कोषाध्यक्ष बिजय कुमार, उपाध्यक्ष वाई. श्रीनिवास, गंगामोहन, एडीएल सोसाइटी के अध्यक्ष वाई. ईश्वर राव, आंध्रा एसोसिएशन के अध्यक्ष मेजर सत्यनारायण, और बाल गणपति विलास के अध्यक्ष वाई.के. शर्मा सहित तेलुगु समाज के सभी प्रमुख पदाधिकारियों ने कड़ी मेहनत की थी।
हालांकि, प्रधानमंत्री का रोड शो रद्द होने की खबर से तेलुगु समाज की तैयारियों पर पानी फिर गया और जनता में निराशा छा गई। इसके बावजूद, समाज के सदस्यों और अन्य उपस्थित लोगों ने तेलुगु संस्कृति की समृद्ध धरोहर का जश्न मनाते हुए सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को जारी रखा। जमशेदपुर की तेलुगु जनता इस आयोजन में भारी संख्या में शामिल हुई, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का रोड शो न होने से एक बड़ी उम्मीद अधूरी रह गई।