सोशल संवाद/जमशेदपुर/Durga Puja 2025: जमशेदपुर दुर्गा पूजा केंद्रीय समिति की बैठक शहर के तमाम मूर्तिकारों के साथ हुई जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय समिति के अध्यक्ष अचिंतम गुप्ता ने की। समिति ने पर्यावरण के संरक्षण हेतु मूर्तिकारों से सहयोग की अपील की गई। मूर्तियों का विसर्जन जल में किया जाता है एवं हानिकारक केमिकल अथवा प्लास्टिक युक्त पदार्थो का उपयोग न करने के लिए केंद्रीय समिति ने मूर्तिकारों से सहयोग मांगा वैसे पदार्थ जिनका विलय सुगमता से पर्यावरण में हो जाता है एवं इको फ्रेंडली रंगों का उपयोग मूर्तियों में उपयोग करने की सलाह दी गई।

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हल्का बने मुर्ति ताकि विसर्जन में होगी सुगम
मूर्तियों को हल्का बनाने का भी आग्रह किया गया जिससे पूजा करने के पश्चात विसर्जन में अत्यधिक ढलान वाले विसर्जन घाट पर सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से सहूलियत हो। खासकर दुर्गा माता कि प्रतिमा पीछे से साड़ी अथवा कपड़ा से अवश्य ढका हुआ हो।
निर्धारित स्थल पर हो मूर्तियों को बेचने की व्यवस्था
मूर्तिकारों ने भी अपनी दयनीय से भी समिति को अवगत कराया। कहा वर्षों से इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की माली स्थिति में कुछ भी सुधार नहीं हुआ है मूर्तिकार अथक परिश्रम के बावजूद मौजूदा परिस्थितियों में जीवन यापन करने हेतु अत्यधिक संघर्ष का सामना करना पड़ता है। मूर्तिकारों को विभिन्न धार्मिक अवसरों पर अपनी मूर्तियों को बेचने के लिए कोई एक निर्धारित स्थल दिलवाने हेतु केंद्रीय समिति से आग्रह किया की कॉरपोरेट या प्रशासन के द्वारा व्यवस्था करवाई जाए जो की सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से सही हो।
समिति के अध्यक्ष अचिंतम गुप्ता ने कहा मूर्तिकारों की स्थिति को सुधारने के लिए एक मजबूत संगठन की निर्माण की आवश्यकता है। मूर्तिकारों ने अध्यक्ष के सुझाव से निर्णय लिया कि बहुत जल्द मूर्तिकारों द्वारा सशक्त संगठन का निर्माण किया जाएगा। जिसका सरकारी निबंधन भी कराया जाएगा जिसमें केंद्रीय समिति से सहयोग की अपेक्षा मूर्तिकारों ने किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन महासचिव आशुतोष सिंह ने दिया।
बैठक में मुख्य रूप से मूर्तिकार सुबोध गोराई, अमित पाल, एन जेड पाल , निर्मल कुमार भगत, उदित भगत, सुमित गोप , बिल्टू चटर्जी, रवि कुमार, अयान पाल, संदीप दास, संदीप पाल, केंद्रीय समिति के भूपेंद्र सिंह ,रामबाबू सिंह , समीर होर, अशोक सिंहा, धर्मेंद्र प्रसाद, प्रदीप दास, शिव शंकर सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे।








