सोशल संवाद/ डेस्क: झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा, साक्षरता एवं निबंधन विभाग के मंत्री और घाटशिला के झामुमो विधायक रामदास सोरेन का शुक्रवार को इलाज के क्रम में निधन हो गया। घाटशिला से रामदास सोरेन तीन बार विधायक रहे हैं, वे पिछले 14 दिनों से दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती थे। दो अगस्त को उन्हें ब्रेन हैमरेज होने के बाद एयरलिफ्ट कर अपोलो ले जाया गया था। तब से ही उन्हें होश नहीं था। चिकित्सकों के मुताबिक ब्रेन डेड होने के बाद मंत्री के सभी ऑर्गन फेल होने लगे। शुक्रवार को लंबी लड़ाई के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली। इतने दिनों उन्हें लाइफ स्पोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। रामदास सोरेन 62 साल के थे। उनके निधन के बाद जमशेदपुर के घोड़ाबांधा स्थित उनके आवास समेत पूरे झारखंड में शोक है।
यह भी पढ़ें::16 अगस्त को मनाया जाएगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, जानें शुभ मुहूर्त
शुक्रवार को उनके निधन के बाद उनके पुत्र सोमेश सोरेन ने रामदास सोरेन के ऑफिसियल सोशल मीडिया अकाउंट से निधन की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा कि अत्यंत ही दुख के साथ यह बता रहा हूं कि मेरे पिताजी रामदास सोरेन अब हमारे बीच नही रहे। इधर झामुमो के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षडंगी ने मृत्यु की पुष्टि करते हुए कहा कि रामदास सोरेन के लाखों चाहने वालों, शुभचिंतकों, कर्मठ कार्यकर्ताओं, स्कूली शिक्षा व निबंधन विभाग के सहयोगियों और हम सबके लिए एक व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति है।
पूरा झामुमो परिवार इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सभी चिकित्सकों और उनकी टीमों के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों का हृदय से आभार व्यक्त करता है कि उन्होंने पिछले 2 अगस्त से लेकर आज तक दिन रात उन्हें ठीक करने के लिए बहुत मेहनत की लेकिन ईश्वर की मर्जी के आगे हम सब मजबूर हैं।
दो अगस्त को सुबह बाथरूम में आया था ब्रेन स्ट्रोक :
रामदास सोरेन को दो अगस्त की सुबह करीब 4.30 बजे ब्रेन स्ट्रोक आया था। उस समय आनन फ़ानन में उन्हें सुबह के क़रीब 5 बजे टेल्को स्थित टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि शिक्षा मंत्री को ब्रेन स्ट्रोक (ब्रेन हेमरेज) हुआ है और उनके ब्रेन के बड़े हिस्से पर ब्लड क्लॉट हुआ है। इसके कारण उनके ब्रेन के एक हिस्से को बुरी तरह नुकसान पहुंचा है। इस कारण उसी दिन उन्हें बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से करीब 9 बजे दिल्ली ले जाया गया।
आपको बात दे की दो अगस्त को सुबह 4.30 बजे शिक्षा मंत्री नींद से जाग कर बाथरूम गए थे। काफ़ी देर के बाद भी जब वे बाथरूम से नहीं लौटे तो उनकी पत्नी देखने के लिए बाथरूम गई। वहां देखा कि रामदास सोरेन मूर्छित अवस्था में बैठे हुए हैं। बुलाने पर भी वे जवाब नहीं दे रहे थे। उसपर रामदास सोरेन की पत्नी ने अपने बेटों को आवाज दी।उन्हें उठाकर टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में चिकित्सकों में उन्हें देखते ही उन्हें सेरेब्रो वैस्कुलर एक्सीडेंट (सीवीए) होने की आशंका जताई।
इसपर तुरंत चिकित्सकों ने उनका सिटी स्कैन कराया और उन्हें आईसीयू में लाइफ सपोर्ट वैनिलेटर पर डाल दिया। सिटी स्कैन में सीवीए यानी ब्रेन स्ट्रोक (ब्रेन हेमरेज) की पुष्टि हुई। हैमरेज से ब्रेन के बड़े हिस्से में रक्तस्राव हो जाने से ब्लड क्लॉटिंग हो गई। इससे रामदास सोरेन की हालत गंभीर हो गई। सो, टाटा मोटर्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मंत्री को हायर सेंटर ले जाने का सुझाव दिया।
जब तक मंत्री को टाटा मोटर्स अस्पताल के आईसीयू में रखा गया, उनका ब्लड प्रेशर सामान्य से काफ़ी अधिक था। सो, तत्काल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री को सूचना दी गई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मंत्री को एयर एंबुलेंस से दिल्ली के अपोलो अस्पताल ले जाने को कहा। रांची से तत्काल एयर एंबुलेंस को सोनारी एयरपोर्ट बुलाया गया। एयर एंबुलेंस पहुंचते ही मंत्री को टाटा मोटर्स अस्पताल से सोनारी तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ले जाया गया। इसके बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली के अपोलो अस्पताल ले जाया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा में जताया शोक:
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने रामदास सोरेन के निधन पर ट्वीट कर शोक जताया। लिखा कि झारखंड के शिक्षा मंत्री एवं घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन का निधन का अत्यंत ही दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिवार को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।








